मजदूरों के समर्थन में वामपंथियों ने निकाला प्रतिरोध मार्च, कहा मोदी सरकार रच रही मजदूरों, बेरोजगारों को भूखे मारने की साजिश

देश में लगातार बढ़ती आर्थिक चुनौतियां घटते रोजगार के अवसरों, बेरोजगारों की बदहाली आदि को देखते हुए कम्युनिस्ट पार्टी की सारण जिला कमेटी ने सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों का विरोध किया.

यह विरोध प्रदर्शन नगर निगम मैदान से निकलकर सरकार की गलत नीतियों को वापस लेने की मांग करते हुए शहर के विभिन्न चौक चौराहों से गुजरते हुए सभा में तब्दील हो गई है.

सभा की अध्यक्षता करते हुए अरुण कुमार ने केंद्र सरकार के रवैए पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि-” मजदूरों को बेरोजगार बनाने और भूखों मार डालने किस साजिश सरकार के द्वारा की जा रही है.”

आपको बताते चलें कि देश के किसान, मजदूरों और ट्रेड यूनियनों ने विगत दिनों में कृषि और श्रम कानूनों से जुड़े केंद्र सरकार द्वारा पारित विधेयकों के खिलाफ भारी आक्रोश जताया है.

इस विरोध को दर्शाने के लिए संविधान दिवस के दिन 26 नवंबर, 2020 को देश भर में आम हड़तालों का आयोजन विभिन्न स्थानों पर किया गया है, जिसे किसानों और मजदूरों ने बढ़-चढ़कर सफल बनाने का प्रयास किया है.

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