BY- THE FIRE TEAM
उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी के लिए धार समझे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल ने आज आखिरकार एक नए दल का गठन कर ही लिया।
लखनऊ में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने जानकारी दी कि उन्होंने एक नए दल का गठन किया है जिसका नाम समाजवादी सेक्युलर मोर्चा रखा गया है।
शिवपाल यादव ने कहा कि,” समाजवादी पार्टी में मेरी अवहेलना हो रही थी, फिर भी मैंने 2 साल इंतजार किया। पार्टी के कार्यक्रमों के बारे में ना तो मुझे सूचना दी जा रही थी और ना ही कोई आमंत्रण। मुझे कोई जिम्मेदारी भी नहीं दी गई।”
उन्होंने आगे कहा,” सपा में कई ऐसे कार्यकर्ता हैं, जिनकी अवहेलना की गई है उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी और हम उनसे अपने मोर्चे को मजबूत करने के लिए कहेंगे। हम मोर्चे के तहत छोटी पार्टियों को भी एकजुट करने का प्रयास करेंगे।
पीटीआई की खबर के अनुसार जब शिवपाल से यह पूछा गया कि क्या यह मोर्चा 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेगा तो इस प्रश्न का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में शिवपाल यादव का एक अहम योगदान रहा है। इन्होंने अपने बड़े भाई सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश में मजबूत बनाने के लिए काफी संघर्ष किया।
वह पूर्व की सपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पश्चात जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने तब भी शिवपाल सिंह यादव को अहम मंत्री पद दिया गया था।
2017 के विधानसभा चुनाव के पूर्व शिवपाल यादव और अखिलेश यादव में कुछ मनमुटाव के चलते समाजवादी पार्टी में एक खींचतान का माहौल बना था।
बताया ऐसा भी गया था कि इस मन-मुटाव के चलते समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश के 2017 के विधानसभा चुनाव में काफी नुकसान झेलना पड़ा था।
इसी चुनाव के पश्चात शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी में कोई अहम पद नहीं दिया गया और यही कारण था कि वह इस पार्टी से नाराज चल रहे थे।
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)