‘दशरथ मांझी’ विश्व में पहचान रखने वाला यह ऐसा नाम है जिन्होंने अपनी पत्नी के लिए 22 वर्षों तक पहाड़ काटकर गहलोर से वजीरगंज का रास्ता बना दिया था.
इस कार्य में हाथ बटाने वाली उनकी बेटी लौंगी देवी का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. दशरथ मांझी की दो संतानें थीं जिनमें बेटा भागीरथ मांझी तथा बेटी का नाम लौंगी देवी था.
माउंटेन मैन की पुत्री के निधन पर बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक जताते हुए लिखा है कि- “लौंगी देवी के निधन की खबर सुनकर काफी दुख हुआ है, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.”
आपको यहां बताते चलें कि दशरथ मांझी की इस उपलब्धि को सुनकर जालौर एक पर्यटक स्थल के रूप में तब्दील हो गया था.
सारे लोग इस स्थल को आकर जरूर देखते थे और इनकी बेटी लौंगी देवी से भी जरूर मुलाकात करते थे. वह लोगों को बताती थीं कि रास्ता नहीं होने के कारण उनकी मां की मौत हो गई.
इस घटना के कारण उनके पिता काफी दुखी थे इसलिए उन्होंने निश्चय किया कि इस पहाड़ के दो टुकड़े कर देंगे और इस कार्य को उन्होंने सफलतापूर्वक अंजाम भी दिया.