देश में घोषित लॉकडाउन के दौरान अभिनेता सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों और कामगारों को सोशल मीडिया के माध्यम से जो मदद पहुंचा कर लोगों का दिल जीता, अब समाज में उन्होंने बुजुर्गों के लिए एक नई पहल की शुरुआत करने का ऐलान किया है.
इस संबंध में सोनू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए जानकारी दिया है यहां पोस्टर शेयर करते हुए लिखा गया है रुक जाना नहीं. पोस्टर में बुजुर्गों और अपंगों के साथ-साथ युवा शक्ति को भी दिखाया गया है,
हमारा अस्तित्व हमारे बढ़े बुजुर्ग हैं। pic.twitter.com/dFPJCwKFGt
— sonu sood (@SonuSood) December 3, 2020
जिसके नीचे लिखा गया है- सीनियर सिटीजंस के लिए एक कदम. साथ ही इस पोस्टर में सोनू ने हमारा अस्तित्व हमारे बड़े बुजुर्गों से है का स्लोगन लिखा है.
इसका मूल उद्देश्य यही है कि अपने सीनियर सिटीजन को हर संभव मदद पहुंचाना तथा उनके अनुभवों से जीवन को एक सकारात्मक दिशा देना.
आपको यहां बताते चलें कि सोशल मीडिया के जरिए सोनू ने अपनी पहली किताब भी लांच करने की जानकारी दिया है जिसे इन्होंने यह एक अन्य लेखिका मीना अय्यर के साथ किताब को पूरा किया है.
इस बुक का विषय सोनू द्वारा मजदूरों, कामगारों को मदद करने की यात्रा में किस तरह की चुनौतियां सामने आई थीं, बताया है. यह किताब हिंदी और अंग्रेजी में पेंगुइन इंडिया पब्लिकेशन हाउस के बैनर पर प्रकाशित की जाएगी.
हिंदी में इस किताब का नाम है मैं मसीहा नहीं जबकि इसका अंग्रेजी वर्जन आई एम नॉट मसीहा है. इसे लोग दिसंबर महीने के अंतिम सप्ताह में प्रीऑर्डर करके प्राप्त कर सकते हैं.
लोगों के बीच अपने कार्यों के कारण सोनू सूद इतने अधिक लोकप्रिय बने की लोगों ने इन्हें रियल हीरो मजदूरों का मसीहा जैसी पदवी दे डाली.