गोरखपुर: मिली जानकारी के मुताबिक समाजवादियों के द्वारा किसान बिल के विरोध में विभिन्न जगहों पर शांतिपूर्ण ढंग से किये जा रहे प्रदर्शन पर पुलिस लगातार अड़ियल और बर्बरता का व्यवहार कर रही है.
साथ ही बड़े पैमाने पर पार्टी के प्रमुख नेताओं को घरों पर नजरबन्द किया जा रहा है तथा घर से निकलने पर गिरफ्तार किया जा रहा है.
भाजपा सत्ता का दुरुपयोग करने के कार्य में लिप्त हैतथा लोकतन्त्र का अपहरण कर संविधान द्वारा प्रदत्त संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है.
बांसगांव विधानसभा में सर्वोदय इण्टर कॉलेज, कौड़ीराम में शान्तिपूर्वक तरीके से खड़े विधानसभा अध्यक्ष राम अजोर मौर्या और सपा नेता राम प्रवेश यादव समेत सभी कार्यकर्ताओं को
थानाध्यक्ष बांसगांव द्वारा अपनी फोर्स के साथ पहुँचकर बिना कुछ पूछे तथा बिना कारण के यह कहते हुए कि कोइरी बिरादरी तो भाजपाई होती है.
यह साला कोइरी कहां से सपा में आ गया, जातिसूचक गाली देते हुए बर्बरतापूर्वक लाठी चार्ज कर दिया जिसमें सभी लोग बुरी तरीके से घायल हुए.
उक्त घटना के सम्बन्ध में सपा प्रतिनिधि मण्डल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिला परन्तु कोई कार्यवाही नहीं की गयी. गुलरिहा थाना क्षेत्र में झूगिया बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 के
गाइडलाइन्स का पालन करते हुए शान्तिपूर्वक तरीके से सड़क के किनारे से किसान यात्रा निकान रहे सपा कार्यकर्ताओं को थानाध्यक्ष गुलरिहा और क्षेत्राधिकारी कोतवाली मय फोर्स आकर बलपूर्वक गिरफ्तार कर गाड़ियों में ठूस दिया गया.
पुलिस टीम में महिला पुलिसकर्मी नहीं थी, पुरुष पुलिस कर्मियों द्वारा पिपराइच की पूर्व विधायिका राजमति निषाद, महिला सभा जिलाध्यक्ष बिन्द्रा देवी तथा अन्य सपा नेत्रियों को भी अभद्रतापूर्ण तरीके से गिरफ्तार कर जबरन गाड़ियां में ठूस दिया गया.
शासन और प्रशासन के कुछ जाति विशेष के अधिकारियों द्वारा सपा कार्यकर्ताओं का दमन और उत्पीड़न किया जा रहा है, इस सरकार में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक को
टारगेट कर दमनात्मक और उत्पीड़ानात्मक कार्यवाही की जा रही है, जिससे सम्पूर्ण जनपद में अघोषित आपातकाल का माहौल हो गया है.
प्रेस वार्ता के दौरान जिला अध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी, अमरेंद्र निषाद, अखिलेश यादव, रजनीश यादव, जितेन्द्र सिंह, जयप्रकाश यादव. देवेन्द्र भूषण निषाद,
कीर्ति निधि पांडे, राघवेंद्र तिवारी राजू, हाजी शकील अंसारी, शब्बीर कुरैशी, सुनील आजाद आदि मौजूद रहे.