किसान बिल को लेकर किसानों का धरना प्रदर्शन 19 वें दिन में प्रवेश कर गया है आज सभी किसानों ने आंदोलन को विस्तार देते हुए उसे नया तेवर देने का निर्णय लिया है.
इस संबंध में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि- केंद्र सरकार झूठ का प्रचार कर रही है और वह न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों की फसलें खरीदने को तैयार नहीं है.
Govt is misleading everyone on MSP. Home Minister Amit Shah replied to us during 8th Dec meet that they can't buy all 23 crops at MSP as its costs Rs 17 lakhs crores. : Gurnam Singh Chaduni, President, Bhartiya Kisan Union (Haryana) pic.twitter.com/yUVc9xo1kK
— ANI (@ANI) December 14, 2020
दरअसल बीते 8 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ किसानों की मीटिंग हुई थी जिसमें स्पष्ट तौर पर उन्होंने संपूर्ण देश भर में किसानों की फसलों को एमएसपी पर खरीदने से इंकार कर दिया था.
आपको यहां बताते चलें कि केंद्र सरकार के द्वारा किसानों के विषय में तीन नए कानून लाए हैं जिनको लेकर सरकार के विरुद्ध किसानों का रोष लगातार बढ़ता जा रहा है और वे इसे वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं.
न्यूनतम समर्थन मूल्य, अनाज के भंडारण के असीमित अधिकार तथा ठेकेदारी कृषि का अधिकार यह ऐसे कानून हैं जो कहीं ना कहीं किसानों को कारपोरेट घरानों के हाथों की कठपुतली बना देंगे.
यही वजह है कि दिल्ली के पास सिंघु बॉर्डर पर पंजाब हरियाणा के भारी मात्रा में किसान इकट्ठा होकर ठंड की ठिठुरती दिन और रातों में आंदोलन करने के लिए विवश हो गए हैं.