प्रदेश के अलग-अलग जिलों से कृषि बिल के विरोध में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जिस तरीके का विरोध प्रदर्शन किया है वह अप्रत्याशित है.
ऐसा लगता है कि वर्तमान उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार इनके विरोध को देखकर घबरा गई है. यही वजह है कि वह पुलिस बल का प्रयोग करके लगातार अपराधिक मुकदमा दर्ज कर रही है तथा किसान यात्रा को जबरदस्ती रोकने की कोशिश में लगी हुई है.
आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर जिला मुख्यालय नगर निगम गोरखपुर में होने वाले कार्यक्रम के पहले ही पुलिस प्रशासन पार्टी नेताओं की गिरफ्तारी कर रहा है.
पुलिस प्रशासन पूरे जनपद में 7 दिसंबर से पार्टी की किसानों के समर्थन में होने वाले कार्यक्रम में भी गिरफ्तारी करने के साथ लाठी चार्ज किया था.
वहीं आज लोकतांत्रिक तरीके से हो रहे धरना व ज्ञापन कार्यक्रम स्थल नगर निगम से जिला अध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी सहित सैकड़ों नेताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गई है.
जबकि कुछ नेताओं को शाहपुर तो कुछ नेताओं को वह जिस थाना क्षेत्र के निवासी हैं, उसी थाने पर गिरफ्तार करके ले गयीं है. सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि-
अन्नदाताओं के समर्थन में नगर निगम में हो रहे धरना से सरकार काफी डरी हुई थी, किसी भी तरह आंदोलन को सरकार सफल नही होना देना चाहती थी.
इसी को देखते हुए जनपद भर में सपा के नेताओं को गिरफ्तार किया गया जो लोग धरना स्थल पर पहुँच गए थे उन लोगो को धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया.
भाजपा की सरकार कितना भी इस आंदोलन को दबाने के लिये हम लोगो को गिरफ्तार करे लेकिन ये जन आंदोलन रुकेगा नही. देश का अन्नदाता रोड पर है,
जब तक यह सरकार इस किसान विरोधी बील को वापस नही लेती है तब तक हम सपा के लोग चैन से बैठने वाले नही हैं, इस सरकार को अन्नदाता के सामने झुकना ही होगा.
जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी, निवर्तमान महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम, अखिलेश यादव, यशपाल रावत, साधु यादव, रुपावती बेलदार, अख्तर जहा, नीलम पाण्डेय,
उर्मिला देवी, कपिल मुनि यादव, कीर्ति निधि पांडे, संजय पहलवान, दीपक पासवान, देवांश श्रीवास्तव, शिवशंकर गौड़ आदि उपस्थित रहे.