मिली जानकारी के मुताबिक ‘आम आदमी पार्टी’ के संस्थापक एवं वर्तमान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2022 में शुरू होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हिस्सेदारी लेने का ऐलान किया है.
इस संबंध में केजरीवाल ने वीडियो संदेश में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि बीते 8 वर्षों में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में तीन बार सरकार बनाई है और पंजाब में मुख्य विपक्ष के रूप में उभर कर सामने आई है.
आम आदमी पार्टी UP में 2022 के विधान सभा चुनाव लड़ेगी | LIVE https://t.co/sterQYqssj
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 15, 2020
लेकिन आज मै बहुत ही महत्वपूर्ण महत्वपूर्ण घोषणा करने जा रहा हूं कि आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेगी.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश के राजनीतिक पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि- इन लोगों ने आम जनता की पीठ में छुरा घोंपने का कार्य किया है.
उन्होंने उत्तर प्रदेश के लोगों से सवाल पूछा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए आखिर आप लोग दिल्ली की और रुख करने की जरूरत क्यों पड़ती है?
'उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल बनाम दिल्ली के सरकारी स्कूल' पर खुली बहस की चुनौती कल BJP के मंत्रियों ने दी थी. हमें यह चुनौती स्वीकार है.
मै 22 दिसम्बर को खुली बहस के लिए लखनऊ आ रहा हूँ. बता दीजिए कहाँ, कितने बजे आना है? @myogiadityanath @drdwivedisatish @SidharthNSingh— Manish Sisodia (@msisodia) December 16, 2020
आज हमने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक, मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य केंद्रों की सुविधा मुहैया कराई है क्या उत्तर प्रदेश में यह सब कर पाना संभव नहीं है?
दरअसल उत्तर प्रदेश का विकास वहां की गंदी राजनीति और भ्रष्ट नेताओं के कारण रुक गया है. आम आदमी पार्टी का उद्देश्य है कि यहां ईमानदार सोच वाले व्यक्ति पैदा करेगी और यह साबित करेगी उत्तर प्रदेश सीमित संसाधनों का मोहताज नहीं है.
अरविंद केजरीवाल ने यहां तक कहा कि उत्तर प्रदेश में हर पार्टी की सरकार है लेकिन वे सभी केवल अपना घर भरने के सिवाय प्रदेश के लिए कुछ भी नहीं किया.
यही वजह है कि छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए यूपी के लोगों को दिल्ली की ओर आने के लिए विवश होना पड़ता है. अगर कानपुर में रहने वाले किसी परिवार को अपने बच्चे के लिए अच्छे कॉलेज चाहिए तो उसे दिल्ली भेजना पड़ता है.
वहीं गोरखपुर में रहने वाले किसी गरीब परिवार को अपने माता-पिता का इलाज करवाना है तो उसे दिल्ली आना पड़ता है. क्या भारत का सबसे बड़ा राज्य भारत का सबसे बड़ा विकसित राज्य नहीं बन सकता है?
यदि दिल्ली के लोगों को 24 घंटे बिजली मिल सकती है तो यूपी के लोग इतने लंबे-लंबे पावर कट क्यों बर्दाश्त करें? अगर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तरह सुविधाएं मिल सकती हैं तो यूपी के सरकारी स्कूल बदहाल क्यों हैं?
यह सब सच साबित हो सकता है यदि उत्तर प्रदेश की जनता आम आदमी पार्टी को आने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी सहमति से साथ दे.