मिली सूचना के मुताबिक लोगों के द्वारा अपने वाहनों एवं गाड़ियों पर जाति सूचक शब्द लिखकर चलने वालों के लिए अब खतरे की घंटी नजर आ रही है.
दरअसल, केंद्र सरकार को लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि इस समय गाड़ियों पर जातिसूचक स्टीकर लगाने का प्रचलन बहुत अधिक बढ़ गया है. यह संकेत एक दूसरी जातियों को कमतर दिखाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है.
https://twitter.com/news8_plus/status/1343157797190565889?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1343157797190565889%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fpublish.twitter.com%2F%3Fquery%3Dhttps3A2F2Ftwitter.com2Fnews8_plus2Fstatus2F1343157797190565889widget%3DTweet
ऐसे में इस प्रकार की गतिविधियां सभ्य समाज के लिए खतरे का संकेत दिखाती हैं, यह जातिसूचक शब्द समाज में भेदभाव का बीजारोपण कर रहे हैं.
इन्हीं शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर इस चलन पर रोक लगाने का निर्देश दिया है.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस आदेश को प्रदेश के सभी जनपदों के परिवहन अधिकारियों को जारी कर दिया है, जिसका अक्षरश: पालन कराने का प्रयास प्रशासन के द्वारा लगातार किया जा रहा है.
आपको बता दें कि आमतौर पर लोग अपनी गाड़ियों के नंबर प्लेट पर अपनी जाति जैसे यादव, गुर्जर, क्षत्रिय, राजपूत, पंडित,जाट, मौर्य लिखकर के चलते हैं.
इस तरह की परंपरा को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने गाड़ियों को सीज करने के अतिरिक्त वाहन मालिकों के विरुद्ध चालान करने का आदेश दिया है.