कृषि बिल को लेकर किसानों और सरकार के बीच आठवें दौर की बैठक भी रही बेनतीजा

सरकार के द्वारा पारित किए गए कृषि बिल के विरोध में किसानों का आक्रोश जिस कदर बढ़ा है वह बहुत ही चिंतनीय है. आज इस भीषण ठंड के मौसम में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के बॉर्डर पर हजारों की

संख्या में किसान एकत्रित होकर पिछले 42 दिनों से अधिक लगातार ठंड और बारिश की मार झेल रहे हैं. इसके कारण 60 से अधिक किसानों की मौतें भी हो चुकी हैं.

किसान नेताओं और सरकार के बीच कृषि बिल को लेकर 4 घंटों तक चली वार्ता भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं दे सकी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के द्वारा राकेश टिकैत ने कहा कि-

“सरकार ने पॉइंट वाइज बात करने को कहा हमने साफ इनकार कर दिया जब हम कानून मानते ही नहीं तो पॉइंट वाइज बात करने का क्या मतलब है? हमारा आंदोलन चलता रहेगा.”

जबकि डॉ दर्शन पाल ने बताया कि- “एमएसपी को लेकर गतिरोध रहा है, किसानों ने कृषि कानूनों को रद्द करने की बात की तो सरकार ने संशोधन का स्टैंड रखा.

हमने कहा कि तीनों कानूनों को रद्द करने की प्रक्रिया पर पहले बात कीजिए. इसके बाद सरकार ने कहा कि अब 8 जनवरी को बात करेंगे.”

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि- “हम पॉइंट टू पॉइंट बात करना चाहते थे ताकि रास्ता निकाला जा सके, एमएसपी पर भी थोड़ी बातचीत हुई किसान नेताओं द्वारा रिपील करने के मुद्दे पर अड़े रहने के कारण नतीजा नहीं निकल सका है.”

दरअसल किसान कृषि कानूनों को रिपील करवाने के मुद्दे पर अडिग हैं जबकि सरकार उस दिशा में आगे बढ़ना ही नहीं चाहती है. कृषि मंत्री ने कहा कि देश में करोड़ों किसान हैं,

सरकार देश भर के किसानों का हित ध्यान में रखकर के सोचती है. सरकार को सिर्फ एक पक्ष ही नहीं बल्कि बहुत सारे पहलुओं पर विचार करना होता है. ऐसे में किसी भी नतीजे तक पहुंचने के लिए तालियां दोनों हाथ से बजनी चाहिए.

आपको बता दें कि इस बहस का कोई परिणाम न निकलने पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने किसानों के प्रति सरकार पर बेरुखी का आरोप लगाया है.

जबकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने कहा है कि- सरकार एक तरफ किसानों से बातचीत करने के लिए उनको निमंत्रण देती है जबकि दूसरी तरफ उन पर आंसू गैस के गोले बरसाने का कार्य करती है. इसी वजह से अब तक 60 से अधिक किसानों की जानें जा चुकी हैं.

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!