प्राप्त जानकारी के मुताबिक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के मौके पर एक रैली को संबोधित करते हुए राजधानी कोलकाता में ममता बनर्जी ने कहा कि-
“मेरा मानना है कि भारत में 4 राजधानियां होनी चाहिए, अंग्रेजों ने पूरे देश पर कोलकाता से शासन किया. हमारे देश में केवल एक ही राजधानी क्यों है?”
PM @narendramodi visits Netaji Bhavan in Kolkata, West Bengal on the occasion of Netaji Subhash Chandra Bose birth anniversary on https://t.co/Gm03bN8hMb#NetajiSubhashChandraBose #ParakramDiwas pic.twitter.com/IowPd3e9x6
— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) January 23, 2021
आपको बताते चलें कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने ममता ने नेताजी की जयंती को देश नायक के रूप में मनाने का ऐलान किया था.
इसकी मुख्य वजह बीजेपी के द्वारा बोस की जयंती को पराक्रम दिवस का जवाब देते हुए ऐसा किया था. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ममता ने कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर ने नेताजी को देशनायक कहा था.
On Netaji Subhash Chandra Bose's birth anniversary, I pay my humble tribute to the leader who was fearless and irrepressible.
A proud son of Bengal's soil, Netaji's vision and ideals of unity & fraternity continue to be an inspiration for all of us!#DeshNayakDibas pic.twitter.com/qWCcJEIcKi
— দিদির সৈনিক রাহুল (@KfuFBOS7ThEstSe) January 23, 2021
उन्होंने स्वाधीनता संग्राम के दौरान इंडियन नेशनल आर्मी का गठन किया था जिसमें उन्होंने गुजरात, बंगाल, तमिलनाडु आदि विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का सहयोग लिया.
वास्तव में नेताजी अंग्रेजों की फूट डालो राज करो की नीति के बिल्कुल विरुद्ध थे. ममता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ अपना असंतोष व्यक्त किया.
दरअसल भाजपा ने मूर्तियों के निर्माण तथा नए संसद भवन के परिसर बनाने में हजारों करोड़ रुपए खर्च किया है जिसे कहीं से भी यह उचित नहीं ठहराया जा सकता है.
ममता ने इस बात का भी ऐलान किया कि वह आजाद हिंद स्मारक का निर्माण करेंगी तथा उनके नाम पर बन रहे विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए इसके सम्पूर्ण वित्त पोषण का दायित्व राज्य सरकार के द्वारा करने का आश्वासन दिया.
ममता ने बोस की जयंती 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश दिवस के रूप में घोषित करने के लिए भी केंद्र सरकार से भी अपील किया.