गोरखपुर: प्राप्त सूचना के मुताबिक शिक्षित तथा बहुराष्ट्रीय कंपनी का कर्मचारी सुधीर जायसवाल दहेज़ के लालच में इस कदर पागल हुआ कि जिस पत्नी के साथ विवाह के समय सात फेरे लेते हुए उसका सात जन्मों तक
साथ निभाने का वादा किया था वही अपनी पत्नी श्वेता के जान का प्यासा हो गया, तभी तो वह औरों के बहकावे में आकर न केवल श्वेता की भावनाओं की हत्या किया बल्कि उसे बुरी तरह मारना-पीटना शुरू कर दिया.
यह व्यक्ति हर उस हद से भी गुजरा जहाँ से शायद ही कोई पति गुजरता हो. इस संबंध में श्वेता ने बताया-“सुधीर इतना निर्दयी निकला कि छोटी-छोटी बातों पर उनके बीच झगड़ा बढ़ गया.”
सुधीर के हिंसक व्यवहार के कारण उसके गर्भ में पल रहा दो माह का बच्चा भी नुकसान हो गया. सुधीर की हरकतों की हद तो तब हो गई जब श्वेता का आपरेशन हुआ तो उसका साथ
देने की जगह सुधीर जायसवाल अपनी पत्नी को इस हालत में अकेला छोड़कर अपने माता-पिता के साथ सारा सामान लेकर बिना बताये घर से भाग गया.
अंदर से टूट चुकी हताश श्वेता ने अपने पति और ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न तथा घरेलू हिंसा का मुकदमा किया जिसकी सुनवाई गोरखपुर कोर्ट में चल रही है.
आपको यहाँ बता दें कि कोर्ट के द्वारा लगातार सम्मन जारी करने के बाद जिसका क्राइम नंबर है, 62/2018 सुधीर जायसवाल बनाम यू0पी0 स्टेट, (सेक्शन 316 498 ए 406 323 एवं 3 /4 डीपी एक्ट) केस में
सुधीर जायसवाल और उसकी सिस्टर स्मृति जयसवाल गोरखपुर एफटीसी कोर्ट में 3 साल से हाजिर नहीं हो रहे हैं. ऐसे में कोर्ट ने सुधीर जायसवाल पुत्र विनोद पुत्र विनोद गुप्ता/जयसवाल के घर के पते पर (बी-25 राप्ती नगर फेस-4 गोरखपुर) का कुर्की करने का आदेश जारी किया.
जिसके बाद चिलुआताल थाना में कुर्की की कार्यवाही को अंजाम दिया जिसके अंतर्गत पुलिस ने कार, बेड, सोफा, आल मीरा, गैस सिलिंडर आदि सामानों को कुर्क किया.
हालाँकि इस कुर्की के बाद भी सुधीर जायसवाल और उसकी बहन स्मृति जायसवाल जो कि ऑप्टम ग्लोबल सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नोएडा में कार्यरत हैं,
तथा इस केस के मुख्य अभियुक्त हैं अभी भी फरार हैं तथा कोर्ट को सरेंडर नहीं किया है.