विगत 70 दिनों से अधिक किसानों के द्वारा लगातार दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान समूहों ने सरकार को स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि अब कृषि बिल को वापस करा करके ही दम लेंगे.
इस संदर्भ में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में किसान नेताओं की बैठक करने के कार्यक्रम का खुलासा करते हुए कहा कि-
देश के किसान समझौते पर पहुंचने तक घर नहीं लौटेंगे: राकेश टिकैत #RakeshTikait #FarmersProstests https://t.co/GRvMP6USMn
— लोकमत हिन्दी (@LokmatNewsHindi) February 13, 2021
“केंद्र सरकार जब तक किसानों के साथ किसी समझौते पर नहीं पहुंच जाती है तब तक दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसान घर नहीं लौटेंगे.”
हालांकि राकेश टिकैत का बयान पहले के बयानों की तुलना में लचीला है क्योंकि इसके पहले उन्होंने कहा था कि-” जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेगी तब तक नहीं हिलेंगे.
किंतु अब यह कहना कि किसी सकारात्मक परिणाम पर पहुंचे बिना घर वापसी नहीं होगी. यद्यपि सरकार ने भी कहा है कि वह कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की जगह किसी दूसरे विकल्प पर विचार करें.
आपको यहां बताते चलें कि कृषि बिल के विरोध में आज पूरा देश किसानों के आंदोलन से लबरेज है यह केवल पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं है जैसा कि कुछ लोग दावा कर रहे थे.