उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था इस कदर बिगड़ चुकी है कि यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को मौका मिलता है तो वह पुलिस वालों को ठोक देते हैं और पुलिस वालों को मौका मिलता है तो भाजपा विधायक को ठोक देते हैं.
इसके अलावा जो विरोधी बच जाते हैं सरकार उन पर एनएसए ठोक कर डराती रहती है. दरअसल, प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अभय कुमार उर्फ धीरज ओझा ने डीएम कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा किया.
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उनकी मांग थी कि मतदाता सूची में अनियमितता बरती जा रही है तथा इसकी ठीक ढंग से तफ्तीश की जानी चाहिए. इसी मांग को लेकर विधायक एवं प्रतापगढ़ के एसपी और डीएम के मध्य चेंबर में कहासुनी चलती रही.
जब भाजपा विधायक चेंबर से बाहर निकले तो उनके शरीर पर कपड़े फटे हुए थे. अपने विधायक का यह हाल देखकर उनके समर्थक और कार्यकर्ताओं की बड़ी भीड़ डीएम आवास के सामने इकट्ठा हो गई.
हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में एसपी प्रतापगढ़ ने कहा है कि विधायक डीएम आवास पर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाकर उनके खिलाफ धरने पर बैठे थे.
जब मैंने दुर्वयवहार का विरोध किया तो मेरे खिलाफ ही उनके लोग झगड़ने लगे तथा पीटने का मुझ पर झूठा आरोप लगा रहे हैं जबकि संपूर्ण प्रकरण से पुलिस का कोई संबंध नहीं है.
यद्यपि विधायक धीरज ओझा ने अपनी फटी कमीज़ को लहराते हुए बार-बार एसपी पर यह आरोप लगाते रहे कि उन्होंने मेरी पिटाई किया है जबकि मेरी कोई गलती नहीं है.