BY– THE FIRE TEAM
डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ की नींव 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने की थी। जिसका मकसद कानून के क्षेत्र मे क्रान्ति करने का था।
आज सुबह में जब इस विधि विश्वविद्यालय में कक्षाएं चल रही थीं तभी अचानक इसकी एक कक्षा की छत गिरने से अफरा-तफरी मच गई।
दरसल आज जब लोहिया विधि विश्वविद्यालय में एल एल बी चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थी कक्षाएं कर रहे थे तभी कक्ष सं 6 की छत अचानक भरभरा कर गिर गयी जिससे वहाँ मौजूद छात्र बहुत बुरी तरीके से जख्मी हो गये। जिससे छात्रों के सिर व शरीर पर चोटें आई हैं। इसमें छात्र-छात्राएं दोनों सामिल हैं।
छात्रों ने आरोप लगाया कि इसकी शिकायत प्रशासन से पहले ही की जा चुकी थी फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर मौन रहा। आज जब छत गिर गई तो विश्वविद्यालय प्रशासन कह रहा है कि इसकी मरम्मत का कार्य जल्द ही शुरू होने वाला था।
अब यदि प्रशासन को भी लग रहा था कि छत में गड़बड़ी है और मरम्मत की आवश्यकता है तब भी क्यों वहां कक्षाएं चल रही थीं? यह एक बड़ा प्रश्न उभरकर सामने आता है।
छात्रों ने कहा कि आज जब कुलपति महोदय से शिकायत की गई तो कुलपति ने कहा कि सम्बंधित अधिकारी को दंडित करेंगे ।
छात्रों ने कहा कि अब तो विश्वविद्यालय में क्लास करना मतलब जान जोखिम में डालना है।
छात्र दहशत में हैं और क्लास को करने से मना कर रहें हैं ।
छात्रों ने आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया कि अब तो विश्वविद्यालय भी राम भरोसे है।
गौरतलब है कि इस विश्वविद्यालय के चांसलर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। अब देखना यह है कि योगी जी इस मामले को कितनी जल्दी संज्ञान में लेते हैं।