(ब्यूरो चीफ, गोरखपुर सईद आलम खान की कलम से)
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री किसानों, मजदूरों के नेता स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 34 वीं पुण्यतिथि जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी की अध्यक्षता में कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार मनाई गई.
इसका संचालन निवर्तमान महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम व जिला महासचिव अखिलेश यादव ने किया नेताओं कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला.
"किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होगी तब तक देश की प्रगति संभव नहीं है।"
किसानों के हितैषी एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री चौधरी चरण सिंह जी की पुण्यतिथि पर शत शत नमन एवं भावभीनी श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/rnEMWcq3tO
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 29, 2021
जिला अध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा है कि-“चौधरी साहब की कृषि नीतियों से देश के अन्नदाता के जीवन का खुशहाली का रास्ता खुलता है.
वे अर्थनीति के बड़े जानकार थे, उनका सम्पूर्ण राजनैतिक जीवन सादगी, ईमानदारी और सत्यनिष्ठा का उदाहरण है. भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए उनका जोर गांव-खेती और किसानों के उत्थान पर था.”
दरअसल चौधरी चरण सिंह आजीवन शोषित और समाज के वंचित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कार्य करते रहे. उन्होंने भूमि सुधार की दिशा में कई महत्वपूर्ण कानून बनाये, सार्वजनिक जीवन में व्यक्तिगत सम्पत्ति के आग्रह से वे जीवन भर दूर रहे.
राजनीति में वे प्रकाश पुंज की तरह हैं तथा उनके बताए रास्ते पर चलकर ही समाज में समृद्धि और समरसता कायम की जा सकती है. भाजपा सरकार ने चौधरी साहब के सपनों को तोड़ने का काम किया है.
खेत-किसान गांव कभी उसकी प्राथमिकता में नहीं रहे, किसानों की जमीनों का जबरन अधिग्रहण कर उनको मजदूर बनाये जाने की साजिश की जा रही है.
किसानों को फसल का लाभकारी दाम नहीं मिल रहा है, एमएसपी की अनिवार्यता से भाजपा मुंह चुरा रही है. उसको और ज्यादा प्रताड़ित करने के लिए तीन काले कृषि कानून भी थोप दिए गए हैं.
चौधरी साहब ने सामंती व्यवस्था पर चोट की थी जबकि भाजपा खेती को उद्योग घरानों की बंधक बनाने पर तुल गई है. इस दौरान जिलाघ्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी जियाउल इस्लाम,
अखिलेश यादव, विजय बहादुर यादव, सिंहासन यादव, अमरेंद्र निषाद, अमित सिंह सैंथवार, पूनम गुप्ता, राजन शाही रामजीत यादव, नौशाद खान आदि मौजूद रहे.