- पूर्वांचल ने खोया एक मेधावी प्रतिभा, शोक की लहर
- अपनी वाकपटुता से कम समय में शरद ने राजनीति में बना ली थी अलग पहचान
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं देवरिया के सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी के सुपुत्र, संतकबीरनगर के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी का बुधवार की देर रात निधन हो गया.
वह लम्बे समय से लीवर सिरोसिस की बीमारी से पीड़ित थे. उनके असामयिक निधन से पूर्वांचल ने एक मेधावी और युवा राजनेता खो दिया.
मूलतः जनपद गोरखपुर के खजनी तहसील स्थित ग्राम झुड़िया के रहने वाले शरद बचपन से ही मेधावी थे.
यूं तो अपने पिता डॉ. रमापति राम त्रिपाठी का कामकाज काफी समय से वह संभाले थे लेकिन वर्ष 2014 में राजनीति में उनका पदार्पण धमाकेदार तरीके से हुआ.
संतकबीरनगर लोकसभा के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी जी का आकस्मिक निधन हो गया । आपका असमय जाना बहुत ही दुखदः है ।।
ईश्वर आत्मा को शान्ति व परिवारजनों को इस वज्रपात को सहन करने का संबल प्रदान करें ।।
विनम्र श्रद्धांजलि !@BJP4India @BJP4UP pic.twitter.com/VbIphECjiu— Ravi Kishan (@ravikishann) June 30, 2021
संतकबीरनगर जिले से पहली ही बार के चुनाव में सांसद का चुनाव जीतकर उन्होंने अपने राजनीतिक कौशल का परचम लहराया.
इतना ही नहीं सांसदी के कुछ ही समय बाद सचेतक बनकर मोदी खेमे का खास होने का संकेत देने के साथ ही अपने पिता के राजनीतिक विरासत को बखूबी आगे बढ़ाने का संदेश भी दिया.
बतौर सांसद शरद ने संतकबीरनगर जिले का विकास तो किया ही, साथ ही कबीर स्थली का सुंदरीकरण और वहां पर अनेकानेक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से जनपद को राष्ट्रीय फलक पर बेहतर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
अपने 5 साल के कार्यकाल में वैसे तो भारत सरकार के अनेक केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न संस्थाओं के संस्था अध्यक्षों को संतकबीर की धरती पर लाने,
उन सभी से संतकबीरनगर जिले के विकास में आर्थिक योगदान दिलाने का भरपूर काम किया. अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कबीर की धरती पर बुलाकर अपनी राजनीतिक पहुंच का लोहा भी मनवाया.
सांसद शरद त्रिपाठी और मेहदावल विधायक के बीच मारपीट की घटना के उपरांत उन्हें पार्टी ने टिकट भले ही नहीं दिया लेकिन जनता के बीच उनकी दक्षता, वाकपटुता, सहजता और सर्वसुलभता के साथ विकास कार्यों की चर्चा आज भी होती है.
भाजपा के पूर्व सांसद शरद के निधन की खबर मिलते ही प्रखर विकास से देर रात भाजपा के कई नेताओं ने बातचीत के दौरान कहा कि-
“पार्टी ने वास्तव में एक होनहार और लोकप्रिय नेता खो दिया. सभी ने ईश्वर से मृतक की आत्मा को गोलोक में स्थान देने और परिवारिकजनों को यह अपार दु:ख सहने की शक्ति देने की कामना की.”