इस समय उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है तथा सर पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 है.
चुनाव से पूर्व भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का नाम चमकाने की कोशिशों में जुटी हुई है. यही वजह है कि पूरे प्रदेश में यूपी को नंबर वन राज्य बताने वाले बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं.
किंतु सेवानिवृत्त होने के पश्चात आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने योगी को लेकर बड़ा बयान दिया है जिसकी वजह से आदित्यनाथ को चुनाव में कई मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है.
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मर्डर की जांच शुरू की तो हो गया ट्रांसफर- रिटायर्ड IPS का दावा, बोले – भरपूर सबूत भी थे।
पूर्व रिटायर आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए सीएम योगी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। https://t.co/5DpifBn9T3— Prashant Bhushan (@pbhushan1) July 26, 2021
आपको बता दें कि रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि वर्ष 2007 में रुदन कांड के वक्त जब मैं एसपी महाराजगंज था, तो मैंने शासन के आदेश से आदित्यनाथ के खिलाफ पचरुखिया मर्डर केस की जांच कर रहा था
तब मेरा ट्रांसफर कर दिया गया, उसके बाद मर्डर केस की जांच भी बंद कर दी गई . इसकी मुल वजह यह रही कि इस केस में आदित्यनाथ के खिलाफ मेरे पास ठोस सबूत थे.
योगी आदित्यनाथ मुझसे यूँ ही नाराज़ नहीं हैं. 2007 में उनके संसद में रुदन कांड के समय मैं SP महाराजगंज था जब मैंने शासन के आदेश से उनके खिलाफ पचरुखिया मर्डर केस में जाँच शुरू की थी, जिसमे उनके खिलाफ ठोस प्रमाण थे. मेरा ट्रान्सफर हुआ और उसके साथ ही जाँच बंद.
— Amitabh Thakur (Azad Adhikar Sena) (@Amitabhthakur) July 24, 2021
इसके अतिरिक्त गोरखपुर में एक ट्रेन हादसे के बाद किस तरीके से आदित्यनाथ अराजकता फैलाने का काम कर रहे थे, इस संबंध में भी अमिताभ ठाकुर ने बहुत कुछ कहा है.
यह बात 1995 की है तब से लेकर अमिताभ आदित्यनाथ के खिलाफ मोर्चा खोलते रहे हैं. यदि वर्तमान स्थिति देखी जाए तो वर्ष 2019 में प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने आदित्यनाथ के खिलाफ पचरूखिया मर्डर केस में क्लीन चिट दे दिया है.