प्राप्त सूचना के मुताबिक जम्मू कश्मीर एवं उत्तराखंड राज्यों में बहुजन महापुरुषों की विचारधारा को तेजी से फ़ैलाने तथा बहुजनों को जागरूक करने वाले
बहुजन मूल निवासियों की धड़कन परम आदरणीय मौलाना मोहम्मद रफी साहेब 7 अगस्त, 2021 को सुबह-सुबह अपने मूलनिवासी समाज को इस दुनिया से अलविदा कह दिया.
इनके निधन की खबर सुनते ही बहुजनों में गहरे शोक की लहर दौड़ गई है. उनके इस तरह हमारे बीच से चले जाने पर उनके परिवार एवं देश-दुनिया के बहुजन मूल निवासियों को भारी आघात पहुंचा है.
उनके समर्थकों और प्रशंसकों का कहना है कि उनकी यह कमी लंबे अरसे तक मूलनिवासी बहुजन समाज को अखरती रहेगी. आपको यहाँ बताते चलें कि मौलाना मोहम्मद रफी साहेब ने
जम्मू-कश्मीर एवं उत्तराखंड में बहुजन मूलनिवासी मुवमेंट को बहुत तेजी से खड़ा करने में का बहुत बड़ा योगदान रहा है. उनके इस संघर्ष को मूलनिवासी बहुजन समाज के लोग प्रेरणा के रूप में हमेशा याद करते रहेंगे.
हम चमार वाल्मीकि महासंघ एवं बहुजन क्रांति मोर्चा उत्तराखंड, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा, राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा, बहुजन मुक्ति पार्टी, राष्ट्रीय मूलनिवासी महिला संघ,
राष्ट्रीय मूलनिवासी अत्यंत पिछड़ी अनुसूचित जाति जागृति मोर्चा, भारत मुक्ति मोर्चा, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा, भारतीय युवा एवं बेरोजगार मोर्चा उत्तराखंड आदि तमाम संगठनों के कार्यकर्ताओं ने
अपने दिवंगत मूलनिवासी समाज के योद्धा सम्मानित मौलाना मोहम्मद रफी साहेब को हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके अधूरे मिशन को पूरा करने की शपथ लिया है.