मिली जानकारी के मुताबिक सीएम सिटी गोरखपुर में उन्हीं की नाक के नीचे गोरखपुर विकास प्राधिकरण के माफियाओं द्वारा कराए जा रहे अवैध निर्माण व संचालन ने जिला प्रशासन को पंगु बना दिया गया है
तथा अवैध निर्माण व संचालन का धंधा जोरों पर है जिसके विरुद्ध तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा 52 दिनों से क्रमिक धरना अध्यक्ष विकास प्राधिकरण/मंडलायुक्त गोरखपुर के कार्यालय पर संचालित किया जा रहा है जिस पर लाचार बीमार प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है.
संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्र ने सत्याग्रह संकल्प के 52 वें दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि-
“आम नागरिकों में बेहद निंदा का विषय बना हुआ है कि आखिर जिला प्रशासन व शासन लोकहित के मुद्दे पर चल रहे क्रमिक धरने के 52 वें दिन भी लोकहित के मुद्दे को उपेक्षा का शिकार क्यों बनाया है, यह समझ से परे है.”
यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोक सेवक अपने मूल दायित्वों से विरत हैं और आम नागरिक समस्याओं के अंबार में डूबता हुआ अप्रिय घटनाओं का शिकार बन रहा है.
ऐसे कुप्रशासन पर लोकों द्वारा चुनी गई लोक कल्याणकारी सरकार कुप्रशासन का संरक्षण करने में मदमस्त है जो लोक कल्याणकारी सरकार की मूल परिकल्पना के विपरीत है.
अगर इस तरह जनहित के मुद्दे पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उपहास उड़ाया जाता रहेगा तो वो दिन दूर नहीं है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था पर लोक की आस्था का अंत हो जाएगा
और जन सामान्य लोकतांत्रिक व्यवस्था से धीरे-धीरे मोहभंग होकर कानून व्यवस्था का अंत हो जाएगा जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए शुभकर नहीं है.
ऐसे में समय रहते कुप्रशासन, कुशासन को जनहित के मुद्दे पर मूल दायित्वों का निर्वहन करते हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं का सम्मान करके, उत्साहवर्धन करना चाहिए ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था मूल स्वरूप में कायम रहे.
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संरक्षक डा. पी.एन. भट्ट, संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र, अजय, जाहिद अली, मजहर उर्फ लाड़ले, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, अमर सिंह, अजय कुमार सिंह, इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे.