गोरखपुर: तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा जनहित के मुद्दे पर किए जा रहे क्रमिक धरने के 66 वें दिन अध्यक्ष विकास प्राधिकरण/मंडल आयुक्त
कार्यालय पर धरना कर्मियों के धरना स्थल पर प्रवेश करने पर मंडलायुक्त के सुरक्षाकर्मियों द्वारा आपत्ति और प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बलपूर्वक रोकने का प्रयत्न किया जाता है,
जिसका विरोध करने पर पुलिस कर्मियों द्वारा कहा जाता है कि मंडलायुक्त महोदय ने आप लोगों को धरना स्थल पर आने से रोकने के लिए निर्देशित किया है.
इस पर रोष व्यक्त करते हुए तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि-
“यह मंडलायुक्त का गैर संवैधानिक व आपराधिक कृत्य है जो अंग्रेजी लोकशाही व्यवस्था का परिचायक है.”
ऐसा प्रतीत होता है कि मंडलायुक्त कार्यालय के संगठित लोक सेवकों द्वारा कूट रचित षड्यंत्र के तहत धरनाकारियों के साथ बल प्रयोग करते हुए विवाद उत्पन्न करने का षडयंत्र किया जा रहा है.
शर्म का विषय है कि जीडीए अध्यक्ष/मंडल आयुक्त द्वारा विकास प्राधिकरण के गोद में पल रहे अवैध निर्माण व संचालन पर अंकुश लगाने में
विफल होने के उपरांत संगठन के चल रहे क्रमिक सत्याग्रह संकल्प को असफल करने का विफल प्रयास किया जा रहा है.
बेहतर होगा कि अध्यक्ष विकास प्राधिकरण अपने लोकशाही रवैया से बाहर आकर लोक कल्याणकारी नीतियों के अनुरूप लोकहित से
संबंधित संगठन के बिंदुवार ज्ञापन पर अपनी सकारात्मक भूमिका अदा करते हुए विकास प्राधिकरण के भ्रष्ट लोक सेवकों के गोद में चल रहे
अवैध निर्माण व संचालन के विरुद्ध सीलबंद व ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करते हुए अपने निर्धारित दायित्वों का निर्वहन करें.
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संरक्षक डा. पी.एन. भट्ट, संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र, अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ला, जाहिद अली, मजहर उर्फ लाड़ले जय बहादुर इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे.