- पराली को लेकर उत्तर प्रदेश में आंदोलन चलाएगा संयुक्त किसान मोर्चा
संयुक्त किसान मोर्चा, सीतापुर की किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश की हर जनपद में किसान महापंचायत करने तथा
250 रूपये प्रति क्विंटल की दर से पराली को लेकर दाम दिलाने के लिए 2 सप्ताह के भीतर उत्तर प्रदेश में आंदोलन शुरू करने की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि जिस तरह संयुक्त किसान मोर्चा का आंदोलन दिल्ली में चल रहा है, उसी तरह का आंदोलन लखनऊ के आसपास के जिलों में चलाया जाएगा.
मोदी और योगी सरकार को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देश की जनता से झूठ बोलने और गुंडागर्दी करने के लिए स्वर्ण पदक दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हम फसलों और नस्लों को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसान 2024 तक किसान आंदोलन चलाने के लिए तैयार है.
किसान पंचायत को संबोधित करते हुए नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर ने कहा कि- “अडानी और अंबानी किसानों को लूट रहे हैं. सरकार किसान और किसानी को खत्म करने और गुलाम बनाने की साजिश कर रही है.”
उत्तराखंड तराई संगठन के नेता तेजेंदर सिंह विर्क ने कहा कि- किसानों से धान का 1940 रूपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य मिलना चाहिए था लेकिन उसे 1000 रुपये में धान बेचना पड़ रहा है.
5 एकड़ जमीन वाले किसान को 60,000 रूपये का नुकसान हुआ, उसके बदले में गिने-चुने किसानों को 6000 रूपये सम्मान निधि देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को खुश करना चाहते हैं.
डॉ सुनीलम ने कहा कि यदि किसानों की आत्महत्या को रोकना है तो किसानों की जमीन अडानी-अंबानी की लूट से बचाना है तथा
गन्ने का 450 रूपये प्रति क्विंटल दाम पाना है तो संयुक्त किसान मोर्चा के साथ हर किसान को जुड़ना होगा.
उन्होंने संगतिन संगठन को बधाई देते हुए कहा कि सीतापुर में मनरेगा की मजदूरी करने वाली महिलाओं ने हजारों की संख्या में भाग लेकर किसान महापंचायत को ऐतिहासिक बना दिया है.
डॉ आशीष मित्तल ने कहा कि तीन किसान विरोधी कानून किसानों को कारपोरेट का गुलाम बनाएंगे. किसानों की फसल बोने की स्वतंत्रता खत्म हो जाएगी, बटाईदारों का स्थान कंपनियां ले लेगी.
डॉ. संदीप पांडे ने खुले पशुओं से फसलों के नुकसान के सवाल को लेकर उत्तर प्रदेश में जारी आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि-
“योगी सरकार गायों का इंतजाम करने को तैयार नहीं है लेकिन इसे लेकर किसानों को प्रताड़ित करने पर आमादा है.”
कई किसान नेताओं ने कहा कि आवारा पशुओं से छुटकारा पाने के लिए किसान आवारा सरकार हटाएंगे जिसके बाद आवारा पशु अपने आप हट जाएंगे.
पंजाब से आई नेत्री सोनिया मान ने कहा कि पंजाब जिस तरह से हरियाणा के साथ खड़ा है उसी तरह उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होगा.
राजवीर जादौन ने कहा कि किसान आंदोलन ने जाति और धर्म की दीवारें तोड़ दी है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में किसान महापंचायतें हो रही है.
महापंचायत का संचालन ऋचा एवम दलजीत सिंह ने करते हुए कहा कि सीतापुर की महापंचायत अवध के इलाके में किसान आंदोलन का विस्तार करेगी और मजबूत बनाएगी.
सीतापुर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से संयोजक पिनदर सिंह सिद्धू, हरदेव सिंह, गुरू पाल सिंह, शिवप्रकाश सिंह एवं उमेश पांडेय ने अपने विचार रखे तथा सफल आयोजन के लिए सीतापुर के किसानों, मजदूरों का धन्यवाद ज्ञापन किया.
(संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी)