बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा, बरसाती मेढकों से नहीं बढ़ेगा किसी पार्टी का जनाधार

(ब्यूरो चीफ गोरखपुर-सईद आलम खान की कलम से)

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर से चुनावी तैयारियों को शुरू कर दिया है.

इसी क्रम में अगर देखा जाए तो कई अलग-अलग राजनीतिक दलों के निष्कासित और बागी विधायक अपनी जीत का समीकरण बनाने में जुट गए हैं.

मिली सूचना के मुताबिक बसपा के 6 और भाजपा के 1 विधायक ने वर्तमान समय में सपा का दामन थाम लिया है.

दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हर पार्टी के नेताओं को अपनी ओर जोड़कर गठबंधन बनाने के लिए लगातार प्रयास करते नजर आ रहे हैं.

ऐसे सभी नेता जो पार्टी छोड़कर सपा के साथ खड़े हो रहे हैं, उन पर तंज कसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा प्रमुख मायावती ने ट्विटर के जरिए तंज कसते हुए कहा है कि-

“उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नजदीक आने पर फिर से आए दिन दल-बदलू लोगों ने इस पार्टी से उस पार्टी में आने-जाने का दौर शुरू कर दिया है.

किंतु इससे किसी भी पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है बल्कि उन्हें हानि उठानी होगी. बरसाती मेढकों को पार्टी से दूर ही रखेगी.

दरअसल जनता भी इन सत्ता के भूखे नेताओं के खेल को खूब समझती है. ऐसे में अब उनके ऊपर कोई बड़ा फर्क पड़ने वाला नहीं है, पार्टी अपने कहे पर अटल रहेगी.”

आपको बताते चलें कि बसपा छोड़ने वाले विधायक असलम राणा, असलम अली चौधरी, मुस्तफा सिद्दीकी, हकीम लाल बिंद,

हर गोविंद भार्गव और सुषमा पटेल आदि हैं जिन्होंने हाल ही में सपा का दामन थामा है. इनके अतिरिक्त आने वाली तारीख 7 नवंबर को अंबेडकरनगर में

होने जा रही सपा की रैली में बीएसपी के बड़े नेता लालजी वर्मा और राम अचल राजभर ने भी तय किया है कि वह औपचारिक रूप से अखिलेश यादव के साथ पार्टी में सदस्यता लेंगे.

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