मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की पहल पर गठित हुए किन्नर कल्याण बोर्ड की पहली उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती को बनाया गया है.
यह बोर्ड किन्नरों के कल्याण के लिए गठित करने के उद्देश्य से स्थापित हुआ है जिसमें उपाध्यक्ष समेत कुल 8 सदस्य नामित किए जाएंगे.
किन्नर सोनम बनी मंत्री: किन्नर सोनम बनी मंत्री, अखिलेश को दिया श्राप, बोली कभी नही आएंगे सत्ता मे, योगी की बनेगी पूर्ण बहुमत की सरकार https://t.co/0SWHqIn0k0
— R. News World (@RNewsWorld2) November 17, 2021
उपाध्यक्ष के अतिरिक्त प्रदेश के पांच क्षेत्रों जैसे बुंदेलखंड, रुहेलखंड, पूर्वांचल, पश्चिमांचल और मध्य यूपी के क्षेत्रीय केंद्र प्रतिनिधि सदस्य चुने जाएंगे.
साथ ही साथ किन्नरों के कल्याण के लिए कार्य करने वाली 2 संस्थाओं के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे.
समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक प्रसाद ने बताया कि- “इस बोर्ड का संचालन समाज कल्याण निदेशालय से ही होगा और निदेशालय के अधिकारी को अधिकारी भी बनाया जाएगा.
सरकार के विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी भी शामिल किए जाएंगे जिसके बाद इस बोर्ड में कुल सदस्यों की संख्या 23 हो जाएगी.
*उत्तर प्रदेश सरकार ने किन्नर बोर्ड का किया गठन* *सोनम किन्नर बनी राज्यमंत्री -*
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आपको यहां बता दें कि किन्नर कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पद के लिए किन्नर समाज के प्रमुख प्रतिनिधि महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने
सुमन चिश्ती का नाम सुझाया था जिसकी मुख्य वजह सोनम का काफी लंबे समय से समाज सेवा में लिप्त होना बताया जा रहा है.
उन्होंने हाल ही में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है, भाजपा की सदस्यता लेने के बाद कुछ ही महीने पहले अखिलेश यादव और शिवपाल यादव पर जमकर तंज कसा था.
सोनम ने अखिलेश और शिवपाल की फूट को पार्टी के लिए घातक बताया. यहां तक कि वर्ष 2020 में सुल्तानपुर पहुंचने के बाद सोनम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि-
समाजवादी पार्टी में आपसी फूट की वजह से यह पार्टी कमजोर होती जा रही है. हालाँकि यदि आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में वे साथ मिलकर लड़ते हैं तो उनकी मुश्किल आसान हो सकती है.