BY– THE FIRE TEAM
2019 का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक दलों के साथ ही उनके नेता भी सक्रिय होने लगे हैं।
इसी सिलसिले में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी 2019 के चुनाव को लेकर अपना एक वक्तव्य दे ही डाला।
इन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष के चेहरे के विमर्श को अनुचित करार देते हुए कहा कि यह चुनाव मोदी बनाम भारत होगा।
येचुरी ने यह बात उस समय कही जब वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल की पुस्तक “शेड्स ऑफ ट्रुथ” के विमोचन पर बोल रहे थे।
पीटीआई-भाषा की खबर के अनुसार उन्होंने कहा,” अगला चुनाव इस सरकार को हटाने के लिए होगा। मैं यह कहता हूं कि यह चुनाव नेताओं के बीच नहीं होगा बल्कि मोदी और भारत के बीच होगा। चुनाव मोदी बनाम भारत होगा।”
इस अवसर पर लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव ने भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा,”पहले भी बिना नेता के विपक्षी गठबंधन चुनाव लड़कर कामयाब हो चुके हैं और इस बार भी ऐसा ही होगा।”
उन्होंने आगे कहा,” 1970 में मोरारजी देसाई को चुनाव बाद प्रधानमंत्री चुना गया। 1989 में भी वीपी सिंह और 1990 के दशक में देव गौड़ा को इसी तरह चुना गया।”
तृणमूल कांग्रेस के चंदन मिश्रा ने भी कहा कि भाजपा के खिलाफ व्यापक गठबंधन होगा और इसका नेतृत्व कोई क्षेत्रीय नेता करेगा या करेगी। उनका इशारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरह साफ झलकता हुआ प्रतीत हो रहा था।
आपको बताते चलें कि 2014 के लोकसभा चुनाव के पश्चात भारतीय जनता पार्टी कई राज्यों में चुनाव जीत चुकी है।
इस समय भारतीय जनता पार्टी सबसे मजबूत पार्टी के रूप में सामने है और अगले चुनाव में इसको हराने के लिए विपक्ष लामबंद होने की कोशिश में लगा हुआ है।
इधर देश के सबसे ज्यादा सीट वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी गठबंधन को लेकर यहां की दो प्रमुख पार्टियां बहुजन समाजवादी पार्टी और समाजवादी पार्टी काफी तेजी दिखा रही हैं।
उत्तर प्रदेश में यदि इन दो पार्टियों के साथ कांग्रेस का भी गठबंधन होता है तो इससे इस राज्य में भारतीय जनता पार्टी को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश राज्य में लोकसभा की 80 सीटें हैं। कहीं ना कहीं देश में किस पार्टी की सरकार बनेगी यह इस राज्य से ही तय हो जाता है।
बहर हाल यह तो समय ही बताएगा कि विपक्ष एकजुट हो पाता है या नहीं।