उत्तर प्रदेश में कुम्हारों की हत्या और उत्पीड़न के संबंध में पीएस4 करेगी प्रेस वार्ता

प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में पिछले कई सालों से लगातार कुम्हारों के प्रति बढ़ते उत्पीड़न और हो रही हत्या का संज्ञा न लेकर प्रेस वार्ता करने का निर्णय लिया है.

भाजपा की वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार के दौरान ही 60 से ज्यादा कुम्हारों की हत्या हो चुकी है. पिछले दो सालों के दौरान ही केवल

15 वारदातों में 19 कुम्हारों की हत्या की जा चुकी है. इनमें पुलिस प्रशासन की हिरासत में हत्या से लेकर फर्जी पुलिस एनकाउंटर में हत्या जैसे संगीन अपराध भी शामिल हैं.

कुम्हार समुदाय के लोगों के साथ उत्पीड़न और बलात्कार की हजारों की घटनाएं अप्रत्यक्ष चिंता उत्पन्न कर रही हैं.

इसके बावजूद उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार कुम्हारों की हत्या और उत्पीड़न के आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है और ना ही पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए पहल कर रही है.

हत्या की दर्जनों घटनाओं में हत्यारे घुलेआम घूम रहे हैं, यहाँ तक कि कई मामलों में पुलिस ने प्राथमिकी तक दर्ज नहीं किया है.

यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों समेत विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख भी कुम्हारों की हत्या और उत्पीड़न के मामले पर खामोश हैं.

उत्तर प्रदेश में कुम्हारों की हत्या और उत्पीड़न के मामले को लेकर ‘प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति’ (पीएस4) वाराणसी के प्रमुख

छेदीलाल प्रजापति ‘निराला’ जी 25 नवम्बर, 2021 को समस्त के सामने से एक प्रेस वार्ता करके वास्तविक स्थिति से सबको अवगत कराएंगे.

इस दौरान उत्तर प्रदेश ग्राम्य विकास विभाग के पूर्व अतिरिक्त निदेशक डॉ. वरदानी प्रजापति और रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव जी

समेत कुम्हार समुदाय के मारे गए लोगों के परिजन भी मीडियाकर्मियों और पत्रकारों से मुखातिब होंगे.

प्रेस वार्ता के दौरान प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति (पीएस4) भाजपा की योगी सरकार के दौरान उत्तर प्रदेश में

मारे गए कुम्हारों की सूची भी जारी करेगा जिसमें सभी घटनाओं में कार्रवाई की वर्तमान स्थिति से मीडियाकर्मियों को रू-ब-रू कराया जाएगा.

 

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