गोरखपुर: ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर मंडलीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में सामाजिक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था
‘नाट्य दल गोरखपुर’ ने टाउनहाल स्थित कचहरी क्लब प्रांगण में बने मंच पर शाम छ: बजे गुलाम हसन खान के निर्देशन में
‘जंजाली का जंजाल’ नाटक का मंचनकर परिवार नियोजन के महत्व का संदेश दिया. प्रदर्शनी 16 नवंबर से शुरु हुई है जो 30 नवंबर तक चलेगी.
नाटक का कथानक कुछ इस प्रकार है-नाटक की शुरुआत जंजाली राम से होता है. वह घर में मछली लाता है और पूरे नशे में चूर है.
पत्नी इसकी हरकतों से परेशान रहती है और जंजाली राम से कहती है कि बच्चों का इतना जंजाल आपने फैला रखा है.
6-7 बच्चे हैं और आप इस कदर नशे में घर आते हैं कभी यह पता करते हैं कि घर में खाने- पहनने के लिए है कि नहीं.
यही हाल अगर आपका रहा तो मैं मैयके चली जा रही हूं. जंजाली राम सोने में सपने देखता है कि दो दूत आते हैं और जंजाली राम को अपने साथ
ले जाने की बात करते हैं कि तुम अपनी पत्नी को मारते हो, बहुत ज्यादा बच्चे पैदा किए हो, खुद नशे में रहते हो, उनके खाने-पीने की चिंता नहीं करते हो.
इसलिए यम महाराज ने हमें आदेश दिया है तुम्हे ला ने के लिए. अब तुम्हें वहां ले जाकर तेल में तलेंगे और हम सभी लोग तुम्हारा भक्षण करेंगे.
इससे जंजाली राम डर जाता है और नशा से दूर रहने की कसम खाता है और इसके लिए कान पकड़ कर उठक-बैठक करता है.
तब तक उसकी पत्नी आ जाती है और एहसास दिलाती है कि यह सारा कुछ आप सपने में कर रहे हैं. लेकिन जंजाली राम अपनी पत्नी को स्पष्ट करता है कि
अब आज के बाद से हम नशा नहीं करेंगे और जो भी पैसा कमाएंगे हम अपने परिवार में बच्चों पर खर्च करेंगे.
नाटक में आस्था, प्रियंका, पूनम, प्रदीप जायसवाल, देशबंधु, गिरजेश दुबे, ईश्वर चंद्र राव, प्रियांशु, अभिषेक, रोहित, उपेंद्रनाथ तिवारी आदि कलाकारों ने जीवंत अभिनय किया
जबकि कार्यक्रम को विशेष सहयोग बेचन सिंह पटेल का रहा । कार्यक्रम का सफल संचालन नवीन पाण्डेय ने किया.