गोरखपुर: बीते दिनों अंकुर शुक्ला हत्याकांड में पुलिस दोषियों को पकड़ने में जो तत्परता दिखा रही है वह तो प्रशंसा के योग्य है किन्तु कारवाई करने के क्रम में पुलिस
निषाद समाज के ऐसे लोगों को भी अपनी गिरफ्त में लेकर पूछताछ करने के नाम उनका शोषण कर रही है जिनका इस केस से कोई वास्ता नहीं है.
इसी क्रम में ‘निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल निषाद पार्टी’ के प्रदेश प्रभारी इंजीनियर श्रवण निषाद अपने समाज के लोगों के बीच जाकर उनका दुख-दर्द जाना.
आपको यहां बता दें कि रामगढ़ के रामपुर में बीते 14 नवंबर की रात अंकुर शुक्ला के घर में चोरी की नियत से घुसे चोरों को जब परिवार के लोगों ने रंगे हाथों पकड़ लिया तो उन्हें बुरी तरह पिटाई किया था.
हालांकि इस मामले का संज्ञान लेकर रामगढ़ताल थाना मामले को सुलह समझौता से निपटा दिया लेकिन कुछ दिनों पहले ही बदमाशों ने अंकुर शुक्ला की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी.
प्रदेश प्रभारी इंजीनियर श्रवण निषाद ने इस ह्रदय विदारक घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की भी मांग किया.
किंतु पुलिस प्रशासन के रवैए को देखकर श्रवण निषाद ने पुलिस के प्रति नाराजगी भी जताई. श्रवण निषाद ने कहा कि निषाद समाज का दर्द हमसे सहा नहीं जाता है. मैं प्रशासन से दो टुक कहना चाहता हूं कि निषादों के ऊपर जुल्म-ज्यादती बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
निषाद समुदाय के लोगों ने जब अपने नेता को अपने बीच में पाया तो उनका दर्द सहज ही छलक उठा. पीड़ितों ने बताया कि नेताजी हम लोगों को पुलिस बेवजह प्रताड़ित एवं परेशान कर रही है.
हम लोगों का क्या गुनाह है? जो गुनाहगार हैं उनको सजा दिया जाए. लेकिन जिन लोगों ने मारा-पीटा ही नहीं पुलिस उन लोगों का नाम भी अज्ञात में डालकर उनको परेशान कर रही है.