उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नजदीक आती तारीखों के साथ ही जहां एक तरफ राजनीतिक दलों के नेता अपना स्टैंड बदलते जा रहे हैं वहीं पर पॉलिटिकल पार्टी भी रोज पैंतरे बदल रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ के नारे को पुष्ट करने के लिए ऐलान किया है कि विधानसभा चुनाव 2022 में
सीटों का बँटवारा करते वक्त योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में प्रताड़ित, बेइज्जत, बलात्कार और प्रताड़ना की शिकार हुई महिलाओं को प्रथम वरीयता दी जाएगी.
कांग्रेस ने फैसला किया है कि उन्नाव, हाथरस, शाहजहांपुर, पूनम पांडे एवं पूर्व सपा नेता ऋतु सिंह आदि का नाम शामिल है.
इनमें गैंगरेप पीड़ित परिवार के सदस्यों तथा रिश्तेदारों को शामिल करके चुनाव में अपनी भागीदारी की जाएगी.
इस विषय में एक टीवी चैनल को इंटरव्यू देते हुए प्रियंका गांधी ने बताया कि हमारे लिस्ट में ऐसी महिलाएं हैं जो चुनाव में अपने लिए खड़ा होकर लड़ना चाहती हैं, जिन पर अत्याचार हुआ है.
हम से कह रहे हैं कि अगर उनके साथ किसी विधायक ने अत्याचार किया है तो हम आप को टिकट देंगे. आप चुनाव लड़ो, विधायक बनो सत्ता अपने हाथ में लो और लड़ो.
उन्नाव रेप केस अभियुक्त की मां आशा सिंह का नाम भी शामिल है जिन्हें कांग्रेस ने चुनाव लड़ने के लिए तैयार कर लिया है.
आपको यहां बताते चलें कि 2017 में उन्नाव की बांगरमऊ सीट से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का नाम एक नाबालिग लड़की के साथ अपहरण और रेप के मामले में केस दर्ज करवाया गया था.
पीड़िता ने बताया कि विधायक के घर वह नौकरी मांगने गई थी तब उसके साथ इस तरह की घिनौनी हरकत की गई.
इसके अतिरिक्त कुलदीप सेंगर पर पीड़िता की कार का एक्सीडेंट करने का भी आरोप लगा जिसमें 2 लोगों की मौत भी हो गई.