उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए रोज नए-नए लुभावने वादे कर रहे हैं.
इसी क्रम में एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने ‘जन अधिकार पार्टी’ और ‘बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज अप्लाई फेडरेशन’ (बामसेफ)
के मुखिया वामन मेश्राम के साथ उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ओवैसी ने कहा कि-
“अगर यह गठबंधन सत्ता में आता है तो दो मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे. साथ ही इन दो मुख्य मंत्रियों में एक दलित होगा जबकि दूसरा ओबीसी समाज से आएगा.”
🔲 #AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में बाबू सिंह कुशवाहा और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन की घोषणा की है।
🔲 असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "अगर हमारा गठबंधन सत्ता में आता है तो 2 मुख्यमंत्री होंगे, एक OBC समुदाय से और दूसरा दलित समुदाय से, 3 उप मुख्यमंत्री होंगे।" pic.twitter.com/6u3U9bUF1P
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) January 22, 2022
इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतने के बाद सत्ता में आने पर 3 डिप्टी सीएम भी बनाए जाएंगे जिनमें एक मुस्लिम समुदाय से नियुक्त किया जाएगा.
जन अधिकार पार्टी के मुखिया बाबू सिंह कुशवाहा ने बताया है कि इस गठबंधन में अभी और भी दल आ सकते हैं. दरवाजे बंद नहीं हैं.
सपा और बीजेपी के बीच जो लड़ाई है वह बीजेपी और भागीदारी परिवर्तन मोर्चा के बीच होगी जिसके कारण सपा गठबंधन तीसरे नंबर पर चला जाएगा.
आपको यहां बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने इस चुनाव में ब्राम्हण नेता पंडित मनमोहन झा को गाजियाबाद के साहिबाबाद से टिकट दिया है.
मेरी लड़ाई सत्ता की लड़ाई नहीं, हिस्सेदारी की लड़ाई है। – बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी साहब pic.twitter.com/SYMyNCi78L
— Nasim Siddiqui (@NasimSiddiqui_1) January 21, 2022
ऐसे में ओवैसी पर मुस्लिम समुदाय का समर्थक और भाजपा की बी टीम कहने वालों को करारा झटका लगा है.
मनमोहन ने ओवैसी के पार्टी की विचारधारा को समझ कर के अच्छा बताते हुए उनके साथ आने की सहमति जताई है.