प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती, आजकल के युवा बच्चों में जोश, जज्बा और जुनून कूट कूट कर भरा हुआ है,
बस उसको बाहर निकालने की आवश्यकता है. यह बात निश्चित रूप से आज के परिवेश में सार्थक सिद्ध होती है.
आज के परिवेश में महिलाएं, पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं. कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां महिलाएं अपनी प्रतिभा से समाज में मार्ग निर्देशन का काम कर रही हैं.
कुछ इसी तरह का जज्बा और जोश हमें गोरखपुर के असुरन चौराहे पर स्थित राप्ती कांप्लेक्स में एक हस्त निर्मित वस्तुओं की
एक विशाल प्रदर्शनी श्री प्रसाद ज्वेलर्स के तत्वाधान में लगाई गई जिसमें विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी रही.
इस अवसर पर गोरखपुर की भूतपूर्व मेयर सत्या पांडे ने फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया.
आपने बताया कि आज आवश्यकता इस बात की है कि इन महिलाओं के द्वारा बनाए गए उत्पादों का उचित ढंग से क्रय-विक्रय किया जा सके जिससे महिलाओं को एक उचित पारिश्रमिक भी मिले और इन्हें एक रोजगार का अवसर भी प्रदान हो.
इन महिलाओं के द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पाद जैसे मिर्च का अचार, अदरक का अचार, मिक्स अचार, जेडकटहल का अचार,
लाल मिर्ची का अचार, साबूदाने का पापड़, साबूदाने की कचरी, राधा-कृष्ण से संबंधित विभिन्न प्रकार के साज सज्जा,
मास्क, छोटे बैग, बड़े बैग, कुशन, फिनायल, नैपकिन, थाली पोस, कपड़े का बैग, ब्लाउज कवर, साड़ी कवर, बेडशीट, पर्दा, मेजपोश,
आंवला का मुरब्बा, आलू चिप्स, पापड़, नमकीन, चावल का आटा आदि महिलाओं ने स्वयं घरों में तैयार किया.
हमारा यह नैतिक कर्तव्य है कि महिलाओं के द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों को हम अधिक से अधिक लोगों को क्रय-विक्रय करने के लिए प्रयास करें जिससे महिलाएं बन सके.
इस प्रदर्शनी में मुख्य रूप से रोशनी एक उम्मीद संस्था की डायरेक्टर कोमल मद्धेशिया एवं मेरी आशा ग्रुप के डायरेक्टर अनू सिंह की सराहनीय भूमिका रही.
इन्होंने समाज में इन महिलाओं को रोजगार सृजन का काम किया और अनेक महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाया.
अंत में श्री प्रसाद ज्वेलर्स की डायरेक्टर नेहा सोनी ने उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद दिया.