उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद और दिल्ली में क़ुतुब मीनार से जुड़े विवादों पर अभी विराम भी नहीं लगा था
कि फिर से सर्वोच्च न्यायालय में एक ऐसी याचिका दायर की गई है जिसमें बताया गया है कि कुआं/तालाबों वाले सभी प्राचीन मस्जिदों का गोपनीय सर्वे कराया जाए.
इस विषय में 2 अधिवक्ताओं ने कोर्ट से मांग किया है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा उन सभी प्रमुख मस्जिदों का
गोपनीय सर्वेक्षण कराया जाए जिनमें कुएं और तालाब है अथवा मस्जिद के अंदर वजू करने की अनुमति है.
इस याचिका में 100 वर्षों से अधिक पुरानी मस्जिदों के तालाबों और कुओं से वजू को स्थानांतरित करने की भी अनुमति मांगी गई है.
याचिकाकर्ता शुभम अवस्थी तथा सप्तर्षि मिश्रा ने कहा है कि ज्ञानवापी मंदिर परिसर में तालाब वजूखाने में एक शिवलिंग मिला है,
जहां मुस्लिम समुदाय के लोग वजू किया करते थे. यह कहीं न कहीं हिन्दू देवता शिव के प्रति आस्था रखने वाले वर्गों क धार्मिक भावनाओं को आहत करने के समान है.
मध्ययुग के दौरान अनेक हिंदू, सिक्ख, बौद्ध, जैन धर्म से जुड़े अनेक धार्मिक स्थलों को नष्ट करने के अतिरिक्त अपवित्र करने का भी कार्य किया गया था.
दोनों अधिवक्ता याचिकाकर्ताओं ने यह भी मांग किया है कि आपसी सहयोग और सद्भाव का बना रहना आवश्यक है तथा उसका सम्मान किया जाना चाहिए.
मस्जिदों के अवशेष को भी बराबर महत्व देने की जरूरत है तथा उनकी वापसी के लिए भी कदम उठाना बेहतर होगा.