रूस-यूक्रेन जंग के बीच रूस के हाइपरसोनिक प्रयोगशाला से योजनाओं को लीक करने की खबरें सामने आ रही हैं.
हैरान करने वाला तथ्य यह है कि यह गुप्त सूचना वहां के प्रमुख वैज्ञानिक ही कर रहे थे. आपको बताते चलें कि पिछले डेढ़ महीने के
अंदर रूस के तीन वैज्ञानिकों को देश से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचना लिख करने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है.
शिपलुक, दिमित्री कोलकर, अनातोली मासलोव यही वे वैज्ञानिक हैं जिन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
ऐसा बताया जा रहा है कि शिपलुक ने हाइपरसोनिक मिसाइलों के लिए ऑनलाइन मंच पर यह चर्चा किया था कि
रूसी सेना 2020 परियोजना में किस तरह से खुद को अपडेट कर रही है रूस में राजद्रोह के लिए 20 वर्षों की सजा है.