‘संयुक्त राष्ट्र संघ’ द्वारा दुनिया में सभी देशों में जहां भी यौन और लिंग आधारित हिंसा हुई है, उसकी कड़ी निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है,
जिसमें सभी देशों से यौन हिंसा के शिकार पीड़ितों को न्याय, क्षतिपूर्ति तथा अन्य सहायता देने का आग्रह किया है.
इस प्रस्ताव को सियरालियोन और जापान ने संयुक्त रूप से बनाकर यूएनओ में पेश किया था जिसे कुछ संशोधनों के पश्चात सर्वसम्मति से अन्य देशों ने स्वीकार कर लिया.
इस संबंध में सियरालियोन के विदेश मंत्री डेविड फ्रांसिस ने कहा कि ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ ने अनुमान लगाया है कि
दुनिया भर में 35% यानी कि लगभग 1.3 अरब महिलाएं यौन हिंसा की शिकार किसी न किसी रूप में हुई हैं.
ऐसे में हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से ही दुनिया के अलग-अलग देशों में घट रही ऐसी घटनाओं के संकट को दूर कर सकते हैं.
इन्होंने ऐसे प्रस्ताव की सराहना करते हुए कहा कि यौन हिंसा की घटनाओं को दूर करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है
जिसे हम जितना अधिक सफलता के साथ अपनाएंगे तो निश्चित तौर पर लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने में मदद मिलेगी.