महाराष्ट्र: मिली जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र शिवसेना में उद्धव तथा शिंदे गुट को लेकर चल रही लड़ाई के बीच चुनाव आयोग में शिवसेना के चुनाव चिन्ह तीर धनुष को बैन कर दिया है.
चुनाव आयोग के इस फैसले से उद्धव और शिंदे को दोनों को ही तगड़ा झटका लगा है. इस निर्णय के बाद अब ना तो उद्धव गुट और ना ही एकनाथ शिंदे इस चुनाव चिन्ह को लेकर जनता के बीच जा पाएंगे.
शिव सेना के शिंदे गुट ने चुनाव आयोग में ‘धनुष-बाण’ चिह्न पर दावा पेश किया; चुनाव आयोग ने ठाकरे गुट को शनिवार दोपहर 2 बजे तक जवाब देने को कहा#ShivSena#EknathShinde#UddhavThackarey pic.twitter.com/DxmNGlpqxc
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) October 7, 2022
आने वाले 3 नवंबर को मुंबई के अंधेरी विधानसभा का उपचुनाव होने जा रहा है जिसमें शिवसेना को अब नए चुनाव चिन्ह के साथ जनता के बीच जाना होगा.
यदि राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की बात करें तो शिवसेना के ठाकरे गुट ने दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी रितुका लटके को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
जबकि शिंदे गुट मुरजी पटेल को अपना समर्थन दे रहा है. यहां तक कि चुनाव चिन्ह फ्रीज होने के अतिरिक्त दोनों गुटों द्वारा पार्टी के नाम का इस्तेमाल करने पर भी रोक लगा दिया गया है.
अब दोनों में से कोई नहीं कह पाएगा कि वही असली शिवसेना है. जब तक अंतिम निर्णय नहीं आ जाता है तब तक शिवसेना पर किसका अधिकार है इसका कोई दावा नहीं कर सकता.
किंतु इतना जरूर है कि वह अपनी पहचान ठाकरे गुट तथा शिंदे गुट के रूप में बता सकते हैं. ठाकरे गुट पर यह भी आरोप लगा है कि
जब उनसे कहा गया कि शीघ्र अपने पक्ष में कागजात जमा करें तो इन्होंने तीन-चार बार टालमटोल किया. उधर ठाकरे गुट का यह कहना है कि भाजपा शिंदे गुट को फायदा पहुंचाने के लिए इस तरह का षड्यंत्र किया है.