मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में समाजवादी
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री की रेस में शामिल बता कर एक नई राजनीतिक बहस को छेड़ दिया है.
अपने लखनऊ दौरे के दौरान फारुख अब्दुल्ला ने दिवंगत मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त करके सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से शिष्टाचार मुलाकात भी किया.
आज लखनऊ में अखिलेश यादव और फ़ारुख अब्दुल्ला की मुलाकात हुई। pic.twitter.com/nGjhjbVhzj
— TV100 NEWS (@Tv100Newstv100) November 12, 2022
“इन्होंने बताया कि 2024 में यह तय किया जाएगा कि भाजपा तथा कांग्रेस के अलावा तीसरी पार्टी कोई है जो इनसे भी बड़ी है,
इसके लिए हमें लोकसभा चुनाव 2024 का इंतजार करना होगा, अभी मैं इस मुद्दे पर कुछ भी आने में असमर्थ हूं.”
यहां बताते चलें कि फारुख अब्दुल्ला लखनऊ में आयोजित ‘इंडियन मुस्लिम फॉर सिविल राइट्स’ की गोष्ठी में भाग लेने आए थे.
अखिलेश यादव से बात करते हुए इन्होंने बताया कि मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री बनाने के लिए उन्होंने बहुत कोशिश की किंतु नहीं बन पाए.
यहां तक कि वह संसद भवन में मुलायम यादव के साथ बैठा करते थे. दोनों के साथ हुई बैठक के विषय में सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण में नंदा ने बताया कि
यह सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात थी जिसमें दोनों ने कश्मीर के जो हालात हैं, उस पर चर्चा करते हुए इस पर विचार किया कि कश्मीर की दुखी जनता के हालात को कैसे ठीक किया जाए.?
सपा के उपाध्यक्ष ने इस तथ्य पर अधिक जोर दिया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को कैसे रोका जाए तथा 2024 में समाजवादी पार्टी अधिक से अधिक सीटें लेकर आए ताकि हिंदुस्तान में भाजपा की सरकार न बन पाए.
मैनपुरी सीट पर बात करते हुए पता चला कि डिंपल यादव को यहां से दमदारी के साथ चुनाव में उतारा गया है और हम उम्मीद करते हैं कि यह सीट जीतेंगे.