गोरखपुर: आज के बच्चे ही कल का भविष्य हैं यानी कि आज हम जो उन्हें शिक्षा और समझ देंगे वही सीख कर बच्चे बड़े होंगे.
इस थीम को शहर के यातायात अधीक्षक डॉ महेंद्र पाल भली-भांति समझते हैं. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने बच्चों को यातायात
का पाठ पढ़ाने के लिए इस्लामिया कॉलेज में अपने अनुभव को साझा करते हुए यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का कार्य किया है.
स्मार्ट बच्चे, स्मार्ट शहर इस उद्देश्य के साथ इस्लामिया नर्सरी एंड गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल के प्रांगण में स्कूली शिक्षा के साथ-साथ यातायात जागरूकता के प्रोग्राम का आयोजन किया गया
जिसमें पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ महेंद्र पाल सिंह एवं यातायात निरीक्षक मनोज कुमार राय व स्कूल के प्रिंसिपल गजाला परवीन तथा अन्य शिक्षकगण, स्कूल के बच्चे उपस्थित रहे.
यातायात निरीक्षक मनोज कुमार जी ने बताया कि जब भी आप बस या ऑटो में सफर कर रहे हो तो उस बस या ऑटो रिक्शा का
फोटो अपने मोबाइल में खींचकर आप अपने अभिभावक को भेज दें जिससे उस गाड़ी में आपका सामान छूट जाने पर सामान का पता लगाया जा सके.
हम लोगों को उस गाड़ी को जल्दी से जल्दी ढूंढने में सहायता मिलती है. इसके उपरांत पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा बच्चों को समझाया गया कि
जब भी कभी आप अपने माता-पिता या भाई-बहन अथवा अन्य कोई रिश्तेदार के साथ यात्रा करते हैं उस दौरान हेलमेट,
सीट बेल्ट किसी के द्वारा नहीं लगाया जाता है तो उसको आप लोग जरूर टोकें जिससे यात्रा करते समय होने वाली दुर्घटना से बचा जा सके.
जब आप लोगों के माता-पिता सुरक्षित रहते हैं तभी आप लोगों के घर में खुशहाली रहती है. इसके बाद बच्चों को यातायात संकेत द्वारा
समझाने का प्रयास किया गया कि यातायात व्यवस्था को नियमित रूप से चलाने के लिए यातायात संकेतों का जगह-जगह पर शाइनिंग बोर्ड लगाया गया है.
इन निर्देशों का पालन करना सभी वाहन चलाने वाले व्यक्तियों का कर्तव्य है. नियमों का उल्लंघन करने पर कार्यवाही होती है.