हनुमान जयंती के मौके पर परिषद के पदाधिकारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग दुहराई

  • जो राम को लाए हैं, उन्हें पुरानी पेंशन भी देना ही पड़ेगा. ऐसा ना होने की स्थिति में पूरे देश का कर्मचारी समाज आक्रोशित है-राजेश सिंह

हमारे देश के माननीय नरेंद्र मोदी जी की सरकार यह कहती है कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास, यह केवल कहने से ही नहीं होगा.

हमारे देश में बहुत बड़ा समाज हम कर्मचारियों का भी है जो वर्तमान समय में बहुत ही व्यथित और दुखी है क्योंकि बहुत पहले से मिल रही कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को सरकार ने छीन लिया है.

जब कर्मचारी पुरानी पेंशन की मांग करता है तब सरकार में सत्ता और पुरानी पेंशन की मलाई खा रहे नेता गण विभिन्न प्रकार की बातें करते हैं.

कर्मचारियों के पेंशन का कई गुना रकम नेताओं के पेंशन में खर्च होता है, तब देश की अर्थव्यवस्था नहीं खराब होती है और जब कर्मचारियों के पेंशन पर बात आती है तब यह नेतागण देश की अर्थव्यवस्था की बात करते हैं.

इसी क्रम में परिषद के विभिन्न पदाधिकारी गोरखपुर स्थित बाबा भोलेनाथ का दरबार मुक्तेश्वर धाम पहुंचकर  बजरंगबली तथा कलयुग के साक्षात देवता श्री हनुमान जी

से सभी पदाधिकारियों ने बजरंगबली का दर्शन करते हुए आदरणीय देश के प्रधानमंत्री एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी से पुरानी पेंशन को शीघ्र ही बहाल करने की मांग किया.

परिषद के उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने बताया कि इस समय पूरे देश का हर प्रदेश पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आंदोलित है और पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चल रहा है.

ऐसी स्थिति में श्री बजरंगबली सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करें और सरकार को कर्मचारियों की पीड़ा को देखते हुए पुरानी पेंशन को शीघ्र ही बहाल कर देना चाहिए.

इस अवसर पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह, उपाध्यक्ष वरुण बैरागी, मदन मुरारी शुक्ला,

कनिष्ठ गुप्ता, जामवंत पटेल, महेंद्र चौहान, रमेश भारती, राममिलन पासवान, राजकुमार, रामपाल पांडे, श्रीराम साहनी आदि कर्मचारी नेता उपस्थित थे.

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