- हर गांव-हर नगर से आएगी मिट्टी, निकलेगी अमृत कलश यात्रा
- हर ग्राम पंचायत/नगरीय निकाय में स्थापित होगा शिलाफ़लकम: सीएम मुख्यमंत्री
- 09 अगस्त से शुरू होगा ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के तैयारियों की समीक्षा करके आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है.
बताते चलें कि आजादी के अमृत वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में स्वाधीनता दिवस के अवसर पर ‘मिट्टी को नमन, वीरों का वन्दन’ संदेश के साथ
‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का यह कार्यक्रम है. राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत इस पुनीत कार्यक्रम में परतेक प्रदेशवासी को सहभागी बनना चाहिए.
09 से 15 अगस्त तक की अवधि के इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों/स्थानीय निकायों में शिलाफ़लकम का लोकार्पण होगा.
प्रधानमंत्री द्वारा तय किए गए ‘पंच प्रण’ के प्रति हर प्रदेशवासी संकल्पबद्ध हो, वसुधा वंदन करते हुए पौधरोपण किया जाए.
वीरों के वंदन भाव के साथ स्वाधीनता संग्राम सेनानियों, अमर शहीदों के परिजनों का सम्मान किया जाए. ‘मेरी माटी-मेरा देश’ कार्यक्रम अपने देश,
अपनी मातृभूमि के लिए श्रद्धा, आदर एवं सराबोर हो जाने जैसे अपनेपन के भाव से प्रेरित है. इसके तहत हर विकास खंड और नगरीय निकाय से वहां की पावन मिट्टी लेकर अमृत कलश तैयार किया जाए.
प्रत्येक जिले में सभी स्थानीय, नगरीय निकायों का एक सम्मिलित अमृत कलश बनाएं जबकि हर विकास खंड का एक-एक पृथक अमृत कलश तैयार किया जाए.
यह अमृत कलश लखनऊ और देश की राजधानी दिल्ली में आजादी के अमृत वर्ष की स्मृति के साथ संग्रहीत किए जाएंगे.
अमृत कलश में हर गांव-हर शहर की मिट्टी हो. यह कलश गांव से ग्राम पंचायत, फिर ब्लॉक मुख्यालय होते हुए जिला मुख्यालय पर एकत्रित हो.
तदुपरांत यह कलश प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे और फिर नोएडा होते हुए राजधानी दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ पूरे देश से आए अमृत कलश के साथ एकत्रित होंगे.
अमृत कलश देश की पावन मिट्टी से पूरित है, इसका पूरा सम्मान हो, अमृत कलश यात्रा भव्य हो. जगह-जगह आमजन की सहभागिता के साथ जनप्रतिनिधियों द्वारा इसका सम्मान किया जाए.
हर ग्राम पंचायत/नगरीय निकाय में शिलाफ़लकम स्थापित किया जाना है. शिलाफ़लकम पर आजादी के अमृत वर्ष का विजन प्रदर्शित होगा.
स्थानीय वीरों/शहीदों का परिचय प्रदर्शित होगा. हर ग्राम/नगर में शिलाफ़लकम का पूरे सम्मान के साथ भव्य कार्यक्रम आयोजित कर लोकार्पण किया जाए.
इस कार्यक्रम के व्यवस्थित आयोजन के लिए सभी जिलाधिकारियों से संवाद कर बेहतर कार्य-योजना तैयार करके राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन, प्रभात फेरियां, नुक्कड़ नाटक आदि के आयोजन भी किये जायें.