खिरिया बाग (कप्तानगंज) आजमगढ़: ‘जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा’ के तत्वाधान में खिरिया बाग का धरना 321 वें दिन भी जारी रहा.
इस धरने में रोज की तरह गांव-गांव के किसान, मजदूर, महिलाओं ने हिस्सा लेते हुए एयरपोर्ट विस्तारिकरण परियोजना को रद्द कराने संबंधित नारे लगे.
धरने में कारपोरेट लुटेरों भारत छोड़ो, खेती छोड़ो, एयरपोर्ट का विस्तारीकरण रद्द होने का लिखित आश्वासन दो, पहले लड़े थे गोरों से-अब लड़ेंगे चोरों से,
जमीन हमारी आपकी-नहीं किसी के बाप की, लड़ेंगे-जीतेंगे, जान देंगे-जमीन नहीं देंगे, एयरपोर्ट बहाना है-जमीन लूट निशाना है, कौन बनाता हिंदुस्तान, भारत का मजदूर-किसान, इंकलाब जिंदाबाद आदि नारे गूंजते रहे.
वक्ताओं ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है. खेती-किसानी, पारिस्थितिकी व पर्यावरण के संतुलन की हदों को तोड़ना मानव अस्तित्व को खतरे में डाल देगा.
लेकिन मोदी-योगी सरकार के लिए ये सारी बातें किताबी बन चुकी हैं. अपने पूंजीवादी कारपोरेट मित्रों के अति मुनाफा के लिए जल, जंगल, जमीन,
खेत, खलिहान, खादान, पहाड़ सब पर कब्जा करके देश को गुलामी के अंधेरे में ढकेल देना चाहती है. लेकिन आगामी चुनाव नजदीक आते देखकर
अन्याय के खिलाफ उठने वाले किसान-मजदूर एकजुटता सरकार के लिए नया सिर दर्द बनने वाला है. इसीलिए पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में किसान-मजदूर नेताओं,
सामाजिक कार्यकर्ताओं को फर्जी धाराओं, केसों में फंसाकर दमन चक्र चलाने लगी है. सरकार जनता की मांगों को अनसुना करके हिटलरी कदम उठा रही है.
सरकार को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि अगर किसान जमीन नहीं देना चाहता है तो उसकी सहमति के बगैर जबरन जमीन नहीं लेना चाहिए.
धरने को प्रेम नारायण, रामनयन यादव, नरोतम यादव, मुराली, सत्यवीर, सुनील कुमार, हरिहर प्रसाद, फूलमती देवी आदि ने संबोधित किया.
{जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा, आजमगढ़ मोबाइल नंबर 99 35 5030 69}