- सबको समान व निःशुल्क शिक्षा तथा सभी को रोज़गार के अधिकार की माँगों पर केन्द्रित जुझारू छात्र-युवा आन्दोलन को खड़ा करने के लिए प्रतिबद्ध है ‘दिशा’
दिल्ली: छात्रों, युवाओं तथा जन चेतना से जुड़े विषयों को लेकर सदैव मुखरता के साथ अपनी बात कहने वाले ‘दिशा छात्र संगठन’ ने शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के
116वें जन्मदिवस (28 सितम्बर) के अवसर पर अपने प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न किया है.
दो दिवसीय इस सम्मेलन में देश के 11 राज्यों से 250 प्रतिनिधि शामिल रहे. बता दें कि ‘दिशा’ का यह सम्मेलन ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में
आयोजित हो रहा है जब शिक्षा के अधिकार पर सरकारी हमले बढ़ते जा रहे हैं. ‘दिशा छात्र संगठन’ छात्रों की पहल पर बना एक ऐसा छात्र संगठन है
जो भारत में छात्र आन्दोलन को एक नयी दिशा देने के मक़सद से राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया है. दिशा के सम्मेलन की शुरुआत भगतसिंह की इन्क़लाबी विरासत को याद करते हुये उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण के साथ हुई.
इस सम्मेलन के समर्थन में देश-विदेश से कई बिरादराना संगठनों और यूनियनों ने बधाई और एकजुटता सन्देश भेजे हैं. इनमें ‘मे डे स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन (एमडीएसओ)’ (न्यू यॉर्क, अमेरिका),
ऑल इंडिया कॉर्डिनेशन ऑफ प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन―पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (पीडीएसयू-पीएसयू), अखिल भारत शिक्षा अधिकार मंच (एआईएफआरटी),
प्रोग्रेसिव स्टूडेण्ट यूथ ऑर्गेनाइजेशन (पीएसवाईओ), क्रान्तिकारी मनरेगा मज़दूर यूनियन (हरियाणा), दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन (डीएसएडब्ल्यूएचयू),
दिल्ली इस्पात उद्योग मज़दूर यूनियन, दिल्ली मेट्रो रेल कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन, बवाना औद्योगिक क्षेत्र मज़दूर यूनियन, गवर्नमेंट प्रेस कर्मचारी यूनियन (उत्तरप्रदेश), ग्रामीण मज़दूर यूनियन (उत्तरप्रदेश) शामिल थे.
बधाई सन्देशों को पढ़ने के बाद संयोजन समिति की ओर से प्रसेन द्वारा रिपोर्ट पेश की गयी जिसमें विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के बाद दिशा के घोषणापत्र और संविधान का पाठ किया गया.
अगले दिन दिशा छात्र संगठन की केन्द्रीय परिषद का चुनाव सम्पन्न हुआ. केन्द्रीय परिषद ने अपने बीच से सात सदस्यों की कार्यकारिणी सहित पाँच पदाधिकारियों का भी चुनाव किया.
पटना विश्वविद्यालय की वारुणी पूर्वा को अध्यक्ष, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र अविनाश को महासचिव, प्रियम्बदा को उपाध्यक्ष और श्रीजा डी को कोषाध्यक्ष चुना गया.
दिशा छात्र संगठन व्यापक छात्र आबादी के असल मुद्दों के आधार पर छात्र आन्दोलन संगठित करते हुए मानव केन्द्रित, जनवादी, वैज्ञानिक, गुणवत्तापूर्ण,
रोज़गारपरक, सेक्युलर और समानतामूलक शिक्षा व्यवस्था का निर्माण अपना बुनियादी मक़सद मानता है. इसके अलावा समाज में लूट, शोषण और उत्पीड़न के ख़िलाफ़
उठने वाले तमाम संघर्षों का समर्थन और उनमें जनपक्षधर भागीदारी करना भी दिशा अपना दायित्व समझता है. आज के बेहद चुनौतीपूर्ण दौर में छात्रों को
उनकी असल माँगों के आधार पर संगठित करते हुए राष्ट्रीय सम्मेलन की स्थिति तक पहुँचना हमारे लिए अत्यन्त खुशी की बात है.
हमें उम्मीद है कि ‘दिशा’ के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद छात्र आन्दोलन के समक्ष उपस्थित चुनौतियों का सामना हम और भी बेहतरी के साथ कर सकेंगे.