आरक्षण की आग में जल उठा बांग्लादेश, सत्ता की कमान सेना प्रमुख वाकर उज जमान के हाथ

NEW DELHI: हमारे भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में सब कुछ गड़बड़ चल रहा है. स्थिति इस कदर बिगड़ चुकी है कि बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया है.

वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देकर देश छोड़ चुकी हैं. उनके साथ उनकी बहन शेख रिहाना भी हैं और यह लोग भारत में शरण लिए हुए हैं.

इस समय देश की कमान सेना प्रमुख वकार उज जमान के हाथ में है जो सुरक्षा व्यवस्था बनाए हुए हैं. बताया जा रहा है कि आज बांग्लादेश में जो स्थिति दिख रही है, उसकी शुरुआत कुछ हफ्ते पहले ही हो चुकी थी.

सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था में सुधार को लेकर बांग्लादेश के अनेक शहरों में लगातार विरोध प्रदर्शन तथा उथल-पुथल का माहौल देखने को मिल रहा था.

छात्रों के विरोध प्रदर्शन में हिंसा फैल जाने के कारण अब तक 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा सैकड़ो की संख्या में लोग घायल हैं.

क्या है विरोध प्रदर्शन की वजह?

दरअसल छात्र सरकार से नौकरियों में आरक्षण को लेकर मांग कर रहे थे. बताते चलें कि बांग्लादेश में आरक्षण प्रणाली के अंतर्गत 56% सरकारी नौकरियां आरक्षित हैं

जिसमें 30% आरक्षण वर्ष 1971 के दौरान बांग्लादेश में मुक्ति संग्राम में शामिल स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए आरक्षित हैं जबकि 10% आरक्षण पिछड़े प्रशासनिक जिलों के लिए तथा 10% महिलाओं के लिए सीटें रिजर्व हैं.

इसके अतिरिक्त 5% आरक्षण जाति अल्पसंख्यक समूह के लिए और एक प्रतिशत दिव्यांग लोगों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई है.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो छात्रों का कहना है कि सरकार उन लोगों को आरक्षण देने के पक्ष में है जो शेख हसीना की सरकार का समर्थन करते हैं.

मेरिट के आधार पर सरकारी नौकरियों का ना दिया जाना विवाद की असल वजह है. फिलहाल बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार उज जमान ने कहा है कि

“सेना हमेशा लोगों के साथ खड़ी है. विरोध प्रदर्शन करने वाले उपद्रवियों जिनकी संख्या लगभग 11,000 है, गिरफ्तार कर लिया गया है.”

दक्षिण एशियाई राष्ट्र बांग्लादेश के जन्म के बाद से यहां अब तक की सबसे भीषण हिंसा और अत्यधिक लोगों की मौत हुई है. प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के आवास

को भी आग लगाकर क्षति पहुंचाई है. साथ ही ढाका के धान मंडी क्षेत्र में स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र तथा बंगबंधु स्मारक संग्रहालय को भी नुकसान पहुंचाया है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने कहा है कि पीएम हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. देश को चलाने के लिए अंतरिम सरकार बनाई गई है.

हम फिर से देश में शांति वापस लाएंगे, नागरिकों से हिंसा रोकने के लिए हम अपील कर रहे हैं. जितनी भी लोगों की जान गई है, हम सबकी जांच करेंगे.

फिलहाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगालवासियों से अपील किया है कि संकट की इस घड़ी में आप शांति बनाए रखें.

किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान बिल्कुल ना दें. यह दो देश के बीच का मामला है केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी हम उसका समर्थन करते हैं.

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