गरीब मुक्त प्रदेश के मायेने क्या हैं: राजेंद्र शर्मा का व्यंग्य

Chhatisgarh: भई हम तो योगी जी की दूरंदेशी के कायल हो गए. ऐन सतत्तरवें स्वतंत्रता दिवस पर अगले ने यूपी को देश का पहला गरीब मुक्त प्रदेश बनाने का एलान कर दिया.

गरीब घटाने, कम करने जैसे चक्करों में नहीं पड़े, मिटाने-विटाने के फंदों में भी नहीं फंसे. सीधे यूपी को गरीब-मुक्त कराने का एलान कर दिया और वह भी देश भर में सबसे पहले.

सबसे पहले, यानी जाहिर है कि केरल, तमिलनाडु टाइप उन दक्षिणी राज्यों को भी पछाड़कर, जो पढ़ाई-लिखाई, स्वास्थ्य, साक्षरता, पोषण-वोषण, हर चीज में हमेशा आगे पाए जाते हैं और बेचारे यूपी-बिहार टाइप फिसड्डी रह जाते हैं;

बीमारू-बीमारू कहकर चिढ़ाए जाते हैं. पर इस बार नहीं, इस मामले में नहीं, योगी जी यूपी को गरीब मुक्त बनाएंगे और यह पक्का कर के बनाएंगे कि अपने प्रदेश को गरीब-मुक्त कराने में कोई दूसरा सीएम उनसे आगे नहीं निकलने पाए.

योगी जी ने अगर यूपी को गरीब मुक्त प्रदेश बनाने की ठान ली, तो हमें पक्का यकीन है कि वह यूपी को गरीब-मुक्त बनाए बिना नहीं रुकेंगे और वह भी सारे राज्यों में सबसे पहले.

योगी जी जो ठान लेते हैं, वह कर के ही मानते हैं, फिर चाहे उसके लिए कुछ भी क्यों न करना पड़े? यूपी में एन्काउंटर राज लाने का तय कर लिया तो एन्काउंटर राज लाकर ही माने.

संविधान, कानून सब, क्या करते हो, क्या करते हो, करते ही रह गए. विरोधी तो विरोधी, अदालतें तक अरे-अरे करती रह गयीं, सिविल सोसाइटी वाले हाय-हाय करते रह गए.

देश तो देश, विदेश तक से, मानवाधिकार वाले छाती पीटते रह गए. यूपी में एन्काउंटर राज लाने का तय कर लिया, तो आकर रहा, उसका हाथ पकड़कर, बुलडोजर राज भी आ गया.

और हां, राम राज्य भी वैसे राम राज्य का आना सबसे आसान था. नहीं, नहीं उसके लिए तो योगी जी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन तक का इंतजार नहीं करना पड़ा.

एन्काउंटर राज और बुलडोजर राज का हाथ पकड़कर राम राज्य खुद-ब-खुद आ गया. बस योगी जी के एन्काउंटर राज-बुलडोजर राज का नाम बदलकर, राम राज्य करने की देर थी.

वैसे यूपी को गरीब-मुक्त प्रदेश बनाने के लिए, योगी जी को एन्काउंटर-बुलडोजर राज लाने जितनी मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी सिर्फ प्रचार में कहां ऐसी बहुत मेहनत लगती है.

हां! खर्चा-पानी जरूर लगता है, लेकिन उसके लिए सरकारी खजाना है तो सही। जब सात साल में साढ़े छ: करोड़ लोगों को गरीबी से मुक्त करने का एलान कर सकते हैं.

आगे एलान की रफ्तार बढ़ाकर, अगले कुछ महीनों में और दस करोड़ को गरीबी-मुक्त करने का एलान करने से उन्हें कौन रोकने वाला है? नीति आयोग? टीवी मीडिया? प्रधानमंत्री कार्यालय?

कौन, कौन? बस एक गिनती उछालने का सवाल है बाबा और यूपी गरीबों से मुक्त तो ऐसे हो जाएगी, गधे के सिर से सींग गायब हो जाते हैं.

इसके बाद भी अगर कोई गरीबी से मुक्त होने से इंकार करे और गरीब बने रहने पर ही अड़ जाए, तो उसके लिए पाकिस्तान जाने का रास्ता खुला तो है.

जो प्रदेश का गौरव बढ़ाने की जगह, उसकी बदनामी करें, ऐसे लोगों को तो पाकिस्तान भेजा ही जाना चाहिए. योगी जी के ऐसे नकारात्मक सोच वालों को पाकिस्तान भेजना शुरू करने की देर है,

खुद को गरीब बताने वाले ढूंढते ही रह जाओगे। जिधर भी नजर डालोगे, गरीब मुक्त ही पाओगे! बस एक ही आशंका है. योगी जी उत्तर प्रदेश को गरीब मुक्त बनाने पर ही टिके रहें,

गरीबी मुक्त कराने के चक्करों में नहीं पड़ें, गरीबी मिटाना उनके कोर्स के बाहर है; वह तो बस गरीब हटाएं और देश भर में नंबर वन वाला रिकार्ड बनाएं.

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार और ‘लोक लहर’ के संपादक हैं)

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