BY-THE FIRE TEAM
विश्वभर के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में यौन हिंसा के खिलाफ काम करने के लिए कांगो के डॉक्टर डेनिस मुकवेगे और यजीदी कार्यकर्ता नादिया मुराद को 2018 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है.
नोबेल कमिटी की अध्यक्ष बेरिट रेइस एंडरसन ने शुक्रवार को उनके नाम की घोषणा की. एंडरसन ने कहा कि इन दोनों को यौन हिंसा को युद्ध के हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने पर रोक लगाने के इनके प्रयासों के लिए चुना गया है.
शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए कुल 331 (216 लोगों और 115 संगठनों) का नाम मुकाबले में शामिल हुआ था. साल 2016 में 376 लोगों का नामांकन नोबेल शांति पुरस्कार के लिए किया गया था.
नामांकित व्यक्तियों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या थी. जिसे शांति का नोबेल पुरस्कार दिया जाता है उसका नाम गुप्त रखा गया था.
बता दें कि साल 2017 में इंटरनेशल कैंपेन टू एबोलिश न्यूक्लियर वीपन्स (ICAN) को शांति नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. ये संस्था परमाणु हथियारों के खिलाफ अभियान चलाती है.