BY-THE FIRE TEAM
अधिकारियों ने यह जानकारी दिया है कि आतंकवादियों की धमकी की वजह से कश्मीर घाटी में निकाय चुनाव के पहले चरण के दौरान सोमवार को अधिकतर मतदाता मतदान केंद्रों से दूर ही रहे और यहां महज 8.3 फीसदी मतदान हुआ जबकि जम्मू और लद्दाख क्षेत्रों में 65 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया.
चार चरणों में होने वाले शहरी निकाय चुनावों में सोमवार को पहले चरण के दौरान मतदान मिलाजुला कर शांतिपूर्ण रहा. जबकि दो प्रमुख क्षेत्रीय दलों नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने इनका बहिष्कार किया है.
प्राप्त जानकारी के अनूसार कश्मीर घाटी के बांदीपोरा में सबसे कम 3.3 फीसद मतदान हुआ जबकि कुपवाड़ा में सबसे ज्यादा 36.6 फीसदी वोट पड़े. कश्मीर घाटी के 58 वार्डों में पहले चरण के मतदान से पहले कोई चुनावी रैली नहीं हुई, आतंकी समूहों का खौफ मतदान पर साफ देखने को मिला ,
मतदान केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा और कुछ जगहों पर मताधिकार का इस्तेमाल करने पहुंचे लोग भी वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से बचते नजर आए.
वहीं जम्मू डिवीजन के 238 वार्डों में चुनाव में 65 फीसदी मतदान हुआ. लद्दाख डिवीजन के लेह और कारगिल में क्रमश: 55.2 फीसदी और 78.1 फीसदी मतदाताओं ने शाम चार बजे तक अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया .सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम चार बजे तक चलता रहा .
हिज्बुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी समूहों ने उम्मीदवारों पर ‘‘तेजाब फेंकने’’ की धमकी दी थी और लोगों से कहा था कि मतदान न करें और अपने घरों में रहें.कश्मीर घाटी में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और दुकानें एवं कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे.
आपको बता दें कि चुनावों से सिर्फ दो दिनों पहले ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी. हालांकि सोमवार को पथराव की एक घटना में भाजपा के एक उम्मीदवार के घायल होने के अलावा घाटी से कहीं से भी चुनाव से जुड़ी किसी हिंसा की खबर नहीं है.
अधिकारी ने कहा, ‘‘कुल 84,692 मतदाताओं में से सिर्फ 7,057 मतदाता उन वार्डों में मतदान के लिये आए जहां सोमवार को चुनाव हुए, मतदान मिलाजुला कर शांतिपूर्ण रहा.’’
जम्मू कश्मीर में शहरी निकाय चुनाव चार चरणों में होंगे जिसमें से पहला चरण सोमवार को संपन्न हुआ. उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा नगर समिति में 36.6 फीसदी वोट पड़े जबकि हंदवाड़ा निगम समिति में 27.8 प्रतिशत वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
श्रीनगर नगर निगम के तीन वार्डों के 30,074 मतदाताओं में से महज 1,862 मतदाता ही मतदान केंद्र पहुंचे जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे।
एक अधिकारी ने कहा कि बडगाम में 17 फीसदी, अनंतनाग में 7.3 फीसदी, बारामूला में 5.7 फीसदी और बांदीपोरा में 3.3 फीसदी मतदाताओं ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया.
कश्मीर मंडल के 150 मतदान केंद्रों में से 138 को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया था.
(पीटीआई- भाषा)