BY-THE FIRE TEAM
लोकसभा चुनाव के आरम्भ होने के पूर्व ही राममंदिर निर्माण को लेकर तमाम नेताओं ने बयानबाजियां करनी शुरू कर दिया है. इसी सन्दर्भ में विश्व हिंदू परिषद के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया ने राम मंदिर के मुद्दे पर एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला है.
उन्होंने योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है. तथा उन्होंने यूपी सरकार पर भगवान राम के खिलाफ ‘‘युद्ध छेड़ने’’ के आरोप लगाए.
महंत परमहंस दास को हिरासत में लेने के लिए राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर प्रहार करते हुए तोगड़िया ने पूछा कि क्या भगवान राम के जन्म स्थान पर मंदिर बनाने के लिए कहना ‘‘पाप’’ है.?
आपको बता दें कि दास अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर थे. सोमवार को अयोध्या पहुंचे तोगड़िया ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश की सरकार ने राम के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है…क्या राम जन्मभूमि पर मंदिर बनाने की मांग करना पाप है?’’
प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि – दास को हिरासत में लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने बर्बर काम किया है…… यह मुगल शासक बाबर की तरह व्यवहार कर रही है’’.
इस तेज-तर्रार नेता ने चेतावनी दी है कि अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर भव्य मंदिर बनाने के लिए केंद्र सरकार अगर अध्यादेश लाने में विफल रहती है तो वह 21 अक्टूबर को लखनऊ से अयोध्या तक मार्च का नेतृत्व करेंगे.
विहिप छोड़ने के बाद नया संगठन अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद् (एएचपी) बनाने वाले 61 वर्षीय नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी आलोचना की.
प्रवीण तोगड़िया कौन हैं ?
ये अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष तथा पेशे से एक विख्यात कैंसर सर्जन है.
उन्हें १९७९ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंस्वेकों का मुख्य मार्गदर्शक केवल २२ वर्ष की उम्र में चुना गया. उन्हें उनके उत्तेजक और गर्म बयानों के लिए जाना जाता है. हिंदुत्व की व्याख्या का ये उदहारण समेत सटीक विवरण देते है.
बचपन में एक बार उन्हें सोमनाथ मंदिर में जाने का अवसर प्राप्त हुआ (सोमनाथ के पुनरुद्धार से पहले), जब उन्होंने सोमनाथ के ध्वस्त अवशेष देखे तो उनके जीवन की दिशा ही बदल गयी और वे हिन्दुतत्व के पुनरुद्दार में लग गए.
ये युवा अवस्था में ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे. रामेश्वर पालीवाल, एक आरएसएस प्रचारक संघ के मार्गदर्शन मे युवा तोगड़िया ने स्वयं सेवक के रूप में अपना जीवन शुरू किया.
विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्मो में व्यस्त रहने के बावजूद भी ये महीने में एक सप्ताह रोगियों की जाँच के लिए देते है. तोगडिया के मुताबिक हिन्दू मजबूत और सैन्य स्थिति में होने के बावजूद सभी धर्मो को सामान दृष्टि से देखता है.
आपको बता दें कि तोगड़िया ने विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सिंघल की जगह ली थी किन्तु 14 जून 2018 को उन्होंने स्वयं को विश्व हिन्दू परिषद से अलग कर लिया.
तथा 24 जून 2018 को दिल्ली में अपने समर्थकों के साथ राम मंदिर, धारा-370 गौ हत्या पर कानून जैसे मुद्दों को केंद्र बना कर “अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद” की स्थापना की.