BY-THE FIRE TEAM
भारत में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री जिन्होंने अपने निर्णयों और नीतियों से सबकोचौंका दिया है. उनके इस व्यक्तित्व का लोहा विश्व के अनेक देश मानते हैं . यही वजह है कि द सोल पीस प्राइज़ कमेटी (The Seoul Peace Prize Committee) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वर्ष 2018 के सोल पीस प्राइज़ के लिए चुना है.
In a proud moment for India, our PM Shri @narendramodi has been chosen for this year's coveted & prestigious Seoul Peace Prize. This is yet another emphatic recognition of PM's vision to bring positive change in lives of citizens through a transformational economic reforms agenda pic.twitter.com/SuBt8aWOQz
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) October 24, 2018
उन्हें यह पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय सहयोग की बेहतरी, वैश्विक आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने, करप्शन के खिलाफ लड़ाई और भारत की जनता तथा लोकतंत्र के विकास की दिशा में प्रतिबद्धता के चलते मिला है.
आपको बता दें कि इस पुरस्कार को हासिल करने वाले नरेंद्र मोदी14वें व्यक्ति हैं.
The Seoul Peace Prize Committee has awarded PM Modi the 2018 Seoul Peace Prize, in recognition of his dedication to improving international cooperation, raising global economic growth, accelerating the Human Development of the people of India…: MEA 1/2 (File pic) pic.twitter.com/AO5UVW1TLG
— ANI (@ANI) October 24, 2018
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी( PM Narendra Modi) को दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह में संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘‘चैंपियंस ऑफ अर्थ द अवार्ड” से नवाजा जा चुका है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटारेस ने पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ अवॉर्ड से सम्मानित किया. इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत के लिए बहुत ही गौरव का दिन है,
आज संयुक्त राष्ट्र द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को ‘Champions of the Earth’ का अवार्ड दिया गया. उन्होंने कहा कि हम Earth को Planet नहीं मानते हैं, पृथ्वी हमारे लिए ग्रह नहीं है, पृथ्वी हमारे लिए मां है.
भारत में जब भवन बनाए जाते हैं तो भूमि-पूजन किया जाता है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटारेस ने कहा कि पीएम मोदी ने (पर्यावरण के क्षेत्र में) जिस नेतृत्व का प्रदर्शन किया है, दुनिया में उसकी कमी है. ग्रीन इकोनॉमी का आने वाले दशक में बड़ा योगदान होगा.