BY-THE FIRE TEAM
अमेरिका ने कहा है कि फिलहाल उसका ध्यान इस बात पर है कि श्रीलंका अपने नेतृत्व को तय करने के लिये जरूरी संवैधानिक प्रक्रिया का पालन करे।
श्रीलंका में राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के गत शुक्रवार को रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त करके और पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को इस पद पर नियुक्त करने से देश में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पालाडिनो ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘अमेरिका फिलहाल इस बात पर अपना ध्यान केंद्रित किए हुये है कि श्रीलंका में नेतृत्व तय करने के लिए जरूरी संवैधानिक प्रक्रिया का पालन हो।’’
उन्होंने बताया कि अमेरिका राष्ट्रपति से अपील करता है कि वह तत्काल स्पीकर से बातचीत करके संसद का सत्र बुलाएं और लोकतांत्रिक तरीकों से निर्वाचित प्रतिनिधियों को सरकार का नेतृत्व करने वाले का चयन करने का उत्तरदायित्व प्रदान करें।’’
उन्होंने कहा, “हम सभी पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे कानून का पालन करें और उचित प्रक्रिया का सम्मान करें।”
हालांकि, उन्होंने इस प्रश्न का उत्तर नहीं दिया कि क्या अमेरिका श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री को मान्यता देता है। पालाडिनो ने कहा, “यह संसद को तय करना है कि प्रधानमंत्री कौन है।”