BY–THE FIRE TEAM
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र का लोकतंत्रीकरण करने के लिए जोर देता रहा है और बोत्सवाना, जिम्बाब्वे तथा मलावी ने उसके इस रूख का समर्थन किया है।
अफ्रीका के तीन देशों की छह दिवसीय यात्रा के बाद भारत लौटते समय मीडियाकर्मियों से बातचीत में उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘जिन देशों की मैंने यात्रा की, वे संयुक्त राष्ट्र का प्रभावी तरीके से लोकतंत्रीकरण करने की जरूरत पर और स्वतंत्र राष्ट्रों में भारत की भूमिका के महत्व पर हमसे सहमत हैं।’’
नायडू ने कहा कि ये तीनों देश संयुक्त राष्ट्र के तथा कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारतीय उम्मीदवारों का पुरजोर समर्थन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा के दौरान मैंने इस अवसर का लाभ उठाते हुए, उनके समर्थन के लिए उनका शुक्रिया अदा किया।’’
भारत और अन्य जी4 देश- ब्राजील, जर्मनी तथा जापान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लंबित सुधारों में महत्वपूर्ण प्रगति नहीं होने पर चिंता जताते रहे हैं।
भारत और अन्य जी4 देश- ब्राजील, जर्मनी तथा जापान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लंबित सुधारों में महत्वपूर्ण प्रगति नहीं होने पर चिंता जताते रहे हैं।
नायडू ने जिन तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा की, उनके नेता भारत के कुछ पड़ोसी देशों को किस तरह लेते हैं, इस सवाल के जवाब में उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उन्हें पता है कि क्या हो रहा है और वे आतंकवाद से लड़ने की जरूरत पर हमारे साथ हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें बताया कि हम अपने सभी पड़ोसियों से मित्रवत रिश्ते चाहते हैं।’’
नायडू के मुताबिक, ‘‘मैंने उन्हें इस बारे में भी विस्तार से बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष के घर जाकर एक समारोह में मौजूदगी दर्ज कराते हुए क्या सकारात्मक संकेत दिए, क्या प्रयास किये जा रहे हैं और ये लोग बाद में क्या कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि तीनों नेताओं ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के साथ काम करने की इच्छा जाहिर की और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को लेकर भारत की पहल की सराहना भी की।