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राजद सुप्रीमो का इन दिनों स्वास्थ्य फिर खराब चल रहा है। लालू प्रसाद का ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की वजह से उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई है।
वहीं, बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
सोशल मीडिया ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लालू यादव ने कहा कि मैं इनके दुष्प्रचार, लालच, प्रतिशोध, प्रताड़ना और किसी प्रकार की ब्लैकमेलिंग से नहीं डरता।
क्योंकि मैं इनके दुष्प्रचार,लालच, प्रतिशोध, प्रताड़ना और किसी प्रकार की ब्लैकमेलिंग से नहीं डरता। क्योंकि इनकी जातिवादी, नफ़रतवादी, संविधान व इंसान विरोधी ज़हरीली राजनीति का सबसे मुखर विरोधी हूँ। सिद्धांतो से समझौता नहीं कर सकता चाहे क्यों ना फाँसी हो जाए।https://t.co/3EphVOJ4cp
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 21, 2018
क्योंकि इनकी जातिवादी, नफरतवादी, संविधान व इंसान विरोधी जहरीली राजनीति का सबसे मुखर विरोधी हूं। मै अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकता चाहे क्यों ना मुझे फांसी हो जाए।
आपको बता दें कि आईआरसीटीसी घोटाले में लालू प्रसाद की सोमवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी नहीं हो पाई, क्योंकि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहा।
उनकी सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि लालू प्रसाद अस्पताल में हैं और उनकी तबीयत बेहद खराब है। इसलिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वे पेश नहीं हो पाए।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि अगली सुनवाई में लालू यादव को अस्पताल या जेल जहां से भी सुविधा हो, वहां से पेश किया जाए।
कोर्ट ने इस मामले में 20 दिसंबर को आरजेडी सुप्रीमो को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेश करने का आदेश दिया है।
रिम्स के डॉक्टरों की मानें तो 22 नवंबर को जांच के लिए लालू प्रसाद का ब्लड सैंपल लिया जाएगा और सीरम, क्रिएटनिन, टोटल काउंट सहित अन्य जांच की जाएगी।
बता दें कि लालू प्रसाद की गिरती सेहत को देखते हुए उन्हें रिम्स से बाहर भेजने पर भी विचार किया जा रहा है। फिलहाल वे रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं और कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं।